नई दिल्ली : भारत सोमवार को चौथे एकदिवसीय मैच खेलने के लिए वेस्टइंडीज की टीम से भिड़ेगा। वहीं भारत की नजरें अपनी अंतिम एकादश में ‘परफेक्ट’ संतुलन बनाने पर टिकी होंगी। भारतीय टीम शनिवार को पुणे में पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरी लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा।
सीरीज में 1-1 की बराबरी
वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा दौरे पर यह उसकी पहली हार है। श्रृंखला अब भी 1-1 से बराबर चल रही है जबकि दो मैच खेले जाने बाकी हैं। विराट कोहली की टीम को अगर श्रृंखला में अजेय बढ़त बनानी है तो क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में सोमवार का मैच हर हाल में जीतना होगा।
वेस्टइंडीज की टीम को पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए जो टेस्ट श्रृंखला में लचर प्रदर्शन के बाद वापसी करने में सफल रही और मेजबान टीम को एकदिवसीय प्रारूप में कड़ी टक्कर दे रही है।
माही के प्रदर्शन पर सवाल
मध्यक्रम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और धोनी के लगातार खराब प्रदर्शन के कारण मध्यक्रम भारत के लिए कमजोरी का सबब बन गया है। टी-20 टीम से बाहर किए जाने के बाद धोनी के पास अब फॉर्म में लौटने के लिए सीमित मौके बचे हैं।
पिछले मैच में धोनी से ऊपर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले ऋषभ पंत ने आक्रामक रुख दिखाया है लेकिन अपनी पदार्पण एकदिवसीय श्रृंखला में उपयोगी पारी का उन्हें इंतजार है।
चयनकर्ताओं ने अंतिम दो मैचों के लिए केदार जाधव को टीम में जगह दी है जिससे भारत को मजबूती मिलेगी। हाल के समय में उनकी फिटनेस चिंता का विषय रही है लेकिन देवधर ट्राफी में पैर की मांसपेशियों से उबरकर वापसी के बाद अपने पहले प्रतिस्पर्धी मैच में वह प्रभावी नजर आए। जाधव की आक्रामक बल्लेबाजी के अलावा उनकी ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी प्रभावी साबित हो सकती है।