पटना। जम्मू कश्मीर के अमरनाथ हादसे में बिहार जे चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई तथा पांच अन्य घायल हो गए जबकि एक लापता है। सूत्रों के अनुसार इस हादसे में मरने वाले सभी चार श्रद्धालु पटना जिले के दानापुर के हैं। सहरसा से मिली सूचना के अनुसार एक महिला तीर्थ यात्री छाया देवी अभी भी लापता हैं जबकि उनके पति विजय चौरसिया घायल हैं।
सूचना के अनुसार राजधानी पटना के दानापुर के मृतक श्रद्धालुओं में पवन कुमार , रोहित कुमार , सागर कुमार तथा दिलीप कुमार शामिल हैं। दानापुर से घायलों में रंजीत, चनपटी देवी और रेखा देवी शामिल हैं। दानापुर के अलावा सहरसा जिले के रणजीत कुमार और विजय कुमार का भी नाम आ रहा है।
अमरनाथ हादसा दानापुर के भट्ठा रोड निवासी तथा सदर बाजार के बर्तन विक्रेता दीनानाथ साव के लिए कहर बन कर टूटा। दीनानाथ के दोनों पुत्र पवन और दिलीप की इस हादसे में मौत हो गई। दीनानाथ के घर से उठ रहे चीत्कार ने पुरे मुहल्ले को ग़मगीन कर दिया। पवन और दिलीप की पत्नी का उनके छह छोटे बच्चों समेत रो रो कर बुरा हाल तथा।
सबसे कठिन घड़ी पवन और दिलीप की मां राजकुमारी देवी की थी जो किसी तरह अपनी बहुओं और पोते-पोतियों को बड़ी हिम्मत से संभालने की कोशिश में लगी थी। पवन और दिलीप के छठे भाई गोविंदा और रमेश हादसे की जानकारी सुर घटनास्थल तक पहुंचने की जानकारी इकट्ठा करने में लगे थे।
पवन की पत्नी को रविवार की शाम 05 बजे से ही किसी अनहोनी की आशंका हो रही थी। पवन के छोटे भाई ,दिलीप ने शनिवार की रात साढ़े नौ बजे फोन कर बताया था कि वे सभी बस से जम्मू से निकल चुके हैं और उसी रात करीब 02 बजे अमरनाथ पहुँच जाएंगे। पवन और दिलीप दानापुर बाजार के अपने छह व्यापारी मित्रो के साथ 12 जुलाई को अमरनाथ के लिए यह कह कर निकले थे कि 25 या 26 तक लौट आएंगे।
दिलीप ने शनिवार को पत्नी से फ़ोन पर बात की थी और माता-पिता का हाल जानने के बाद सभी बच्चों को ठीक से रखने को कहा था। दिलीप ने फ़ोन पर रविवार की शाम 5 बजे कॉल करने का पत्नी से वादा किया था। पत्नी ने 7 बजे तक रविवार को फ़ोन का इंतजार किया और उसके बाद बेचैनी में जब उसने फ़ोन किया तो दिलीप की तरह मोबाइल भी खामोश हो चुका था।