आगरा: चुनाव लड़ना भी एक कला होती है, लेकिन कुछ लोग शौकवश भी कई बार मैदान में उतरते हैं। मामला आगरा का है, जहां के हस्नू राम ने पिछले तीन दशकों से कोई भी चुनाव खाली नहीं जाने दिया। वह अभी तक 93 बार चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
इस बार जिला पंचायत के लिए भरा पर्चा
हस्नू राम ने इस पंचायत चुनाव के लिए भी पर्चा भर दिया है। जीवन के 75 वसंत देख चुका यह व्यक्ति चुनावी पिच पर शतक लगाने के बहुत करीब है। इस बार वह जीत दर्ज करते हैं या नहीं, इसका फैसला तो 2 मई को होगा। आगरा के राजनगर नगला दुल्हे खान गांव के निवासी इस चुनावी रण को पिछले कई सालों से देखते हैं।
हस्नू राम अंबेडकरी पहले तहसील में अमीन थे, उसके बाद उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया। 1984 से लगातार वह चुनाव लड़ते आ रहे हैं, हालांकि उन्हें अभी भी पहली जीत का इंतजार है। इस बार जिला पंचायत सदस्य के लिए ने आगरा के वार्ड नंबर 30 से हस्नू राम ने पर्चा दाखिल किया है।
1988 में राष्ट्रपति चुनाव के लिए किया आवेदन
हस्नू राम ने 1988 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। उन्होंने आवेदन भी कर दिया लेकिन उनका पर्चा खारिज कर दिया गया था। इसके बाद वह रुके नहीं और उन्होंने लोकसभा, विधानसभा, मेयर, एमएलसी और जिला पंचायत जैसे कई चुनाव लड़े।
उनका कहना है कि वोट मिले या ना मिले चुनाव लड़ना चाहिए। इसके लिए उन्होंने एक समय अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी। इस बार उनकी पत्नी भी चुनाव मैदान में हैं, जिन्होंने प्रधान पद के लिए पर्चा दाखिल किया है।
इन सीटों से लड़ा सांसद का चुनाव
हस्नू राम ने आगरा, फतेहपुर सीकरी और फिरोजाबाद से सांसद पद के लिए चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने खेरागढ़, दयालबाग और फतेहपुर सीकरी से चुनाव लड़ा है।