बिहार के जमुई में पूर्व समाजिक न्याय केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा ने स्थानीय परिसदन भवन में मीडिया कर्मी से मुखातिब होते हुए बिहार सरकार पर जमकर भड़ास निकाला। उन्होंने कहा कि राजद के 15 साल और नीतीश के 16 साल से जनता उब चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनका प्रदेश नहीं संभल रहा है। जनता भ्रष्टाचार के चक्की में पीस रही है। कानून व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। उन्होंने नये पार्टी बनाने का संकेत देते हुए कहा कि, पार्टी सत्ता में आते ही सर्वप्रथम शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाएगी। इसके साथ ही कानून व्यवस्था को और भी सख्त और दुरुस्त की जाएगी।
उन्होने जुडिशरी सर्विस कमीशन बनाकर न्यायलय के बेहतर संचालन में भी अपनी बात रखी। उन्होंने जातीय जनगणना के समर्थन करते हुए इस पर भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी।उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से सभी समाज को लेकर पार्टी बनाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री और पांच अलग-अलग समाज के उपमुख्यमंत्री होंगे। हमारी पार्टी जनता के बीच सभी मुद्दों को रखेगी। उन्होंने बढ़ते भ्रष्टाचार के लिए सीएम नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की शुरुआत सीएम नीतीश कुमार के कार्यालय से ही होती है, जहां बड़े बड़े अधिकारी के तबादले व अन्य योजना का संचालन पैसा लेकर कराया जाता है। सीबीआई द्वारा यदि इसकी निष्पक्ष जांच की गई तो सीएम नीतीश कुमार को भी जेल जाना पड़ सकता है।
उन्होंने इसे पुख्ता बताते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वे राजनीतिक से सन्यास ले लेंगे। नीतीश सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद सूबे में शराब बंदी फेल है। किसानों को उनके माफ़िक सेवाएं नहीं मिल पा रही है। जनता अब एक नया विकल्प चाह रही है। उन्होंने अपनी दावेदारी रखते हुए कहा कि, जब तक उनका समर्थन लालू व नीतीश को मिलता रहा वे सत्ता में रहे। दरोगा, सार्जेंट, डीएसपी, कलेक्टर आदि बहाली में कोइरी व कुर्मी जाति को प्राथमिकता दी जा रही है। अंत में उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर एवं शहीद जगदेव प्रसाद के नीति सिद्धांत पर ही नए पार्टी का नाम और रूपरेखा आधारित होगा। इसका निर्णय सर्वसम्मति से लिया जाएगा। नए पार्टी की घोषणा 30 सितंबर को पटना में की जाएगी।