चंडीगढ़। पंजाब विश्वद्यालय में डॉ. एसबी रंगनेकर ओरेशन लेक्चर में पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया। पूर्व प्रधानमंत्री वे कहा कि देश के चुनावी सिस्टम को पैसे और बाहुबल के जरिए प्रभावित किया जा रहा है। निजी स्वार्थ के लिए चुनाव आयोग जैसे लोकतांत्रिक संस्थानों को भी बख्शा नहीं जा रहा है। ये चिंतनीय है, जिसे समय रहते सुधारने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश में भाईचारे, बराबरी,आजादी और चुनावी प्रक्रिया लोकतंत्र का स्तंभ है।
कुछ लोग इन स्तंभों को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए चुनावी प्रक्रिया में सुधार करने की जरूरत है। पीयू के अर्थशास्त्र विभाग में करीब 52 साल पहले प्रोफेसर रह चुके मनमोहन सिंह ने लेक्चर के दौरान केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोला। उन्होंने याेजना आयाेग खत्म करने, दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि योजना आयोग आर्थिक असमानता को रोकने के लिए बनाया गया था। अब इस दिशा में नए सिरे से प्रयास की जरूरत है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में आजादी पूर्वपेक्षित होती है इसलिए ये सबको मिलनी चाहिए। ये लोगों की आजादी होती है न कि सरकार की। किसी व्यक्ति या समूह विशेष की आजादी से दूसरे के अधिकारों को नुकसान नहीं होना चाहिए। सिंह ने कहा कि चुनाव प्रणाली पर हमे गर्व है क्योंकि ये आम जनता के लिए नए अवसर पैदा करती है। पूर्व पीएम ने कहा कि देश में आज बढती आर्थिक और समाजिक असमानता देश के लिए खतरा है इसलिए इस खतरे को पहचानकर इसे रोकना जाना जरूरी है।