उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि वह उत्तराखंड में भी एक दिन अनुसूचित जाति के व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। पार्टी इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करेगी। रावत ने यह टिप्पणी हरिद्वार में परिवर्तन यात्रा को संबोधित करते हुए की। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि पार्टी ने पंजाब में अनुसूचित जाति से एक बेटे को मुख्यमंत्री बनाकर इतिहास रच दिया है। इतिहास में ऐसे अवसर कम आते हैं।
जब आते हैं तो अनुकरणीय होते हैं। उन्होंने कहा कि यह इतिहास सिर्फ पंजाब में नहीं, बल्कि पूरे उत्तरी भारत में रचा गया है। वह भगवान और मां गंगा से प्रार्थना करते हैं कि उनके जीवन में भी यह क्षण आए जब वह एक अनुसूचित जाति व शिल्पकार के बेटे को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिले। अवसर मिलेगा तो हम प्रतिदान देंगे। कांग्रेस इस वर्ग की आकांक्षा के साथ चलेगी।।
लेकिन इस पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम का कहना है कि हमारे पास पहले भी दो मौके थे 2002 व2012 अगर उस समय आवाज बुलंद की जाती तो उस समय दलित भाई को मुख्यमंत्री बनाया जा सजता था लेकिन कोई बात नही देर आये दुरुस्त आये अगर आलाकान का आदेश होगा तो हमे खुशी होगी दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने में। इस विषय पर भाजपा के कैबिनेट मंत्री बंसीधर भगत इस मुद्दे को नजरअंदाज करते हुए कहा कि ये कॉंग्रेस के अपने विचार है वो जिसे चाहे मुख्यमंत्री बनाये।