नई दिल्ली। पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विदेश सचिव ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में तलब किया और पुलवामा आतंकवादी हमले के मद्देनज़र कड़ी आपत्ति दर्ज की है। सूत्रों ने बताया है कि विदेश सचिव ने कह दिया है कि पाकिस्तान को जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ त्वरित तथा दिखने वाली कार्रवाई करनी होगी, और उसे तुरंत आतंकवाद से जुड़े गुटों और लोगों को अपनी धरती से काम करने देना बंद करना होगा।
उन्होंने बीते गुरुवार को पाकिेस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान को भी खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा अटैक में 40 से अधिक जवानों की शहादत के बाद ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमले के बाद जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो भी स्वाभाविक हैं। हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। साथ ही आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज हो सके।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी। मैं देश को भरोसा देता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के बीच जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। जो हमारी आलोचना कर रहे हैं, उनकी भावनाओं का भी मैं आदर करता हूं। उनकी भावनाओं को मैं भी समझ पाता हूं, आलोचना करने का उनका पूरा अधिकार भी है।
बता दें कि लेकिन मेरा सभी साथियों से अनुरोध है कि वक्त बहुत संवेदनशील और भावुक पल है। पक्ष में या विपक्ष में हम सब राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें और इस हमले का देश एक जुट होकर मुकाबला कर रहा है। देश एक साथ है। देश का एक ही स्वर है, यही विश्व में सुनाई देना चाहिए. लड़ाई हम जीतने के लिए लड़ रहे हैं।