नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहली बार भारत-पाकिस्तान सीरीज को लेकर बयान दिया है। पार्लियामेंट्री पैनल की मीटिंग के दौरान सुषमा ने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा और आतंक फैलाना बंद नहीं करेगा। साथ ही सैनिकों पर फायरिंग करना बंद नहीं करेगा तब तक दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज की कोई संभावना नहीं है। इस मीटिंग में विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर और विदेश सचिव एस जयशंकर भी मौजूद थे। साथ ही सुषमा ने कहा कि वेन्यू पर भी कोई सीरीज नहीं खेली जाएगी। सीरीज रखने के सवाल पर सुषमा ने ये बयान दिया। उन्होंने साफ किया कि क्रिकेट और आतंक साथ-साथ नहीं चल सकते।

बता दें कि पाक की आतंकी गतिविधियों के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी सीरीज 2012-13 के दौरान खेली गई थी। भारत में खेली गई 3 मैचों की वनडे सीरीज पाकिस्तान ने 2-1 से जीता था। मीटिंग में विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के राजदूत के साथ अपनी मुलाकात का भी जिक्र किया। स्वराज ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान के सामने 70 साल की उम्र से ज्यादा के कैदियों या महिलाओं या दिमागी रूप से बीमार लोगों को मानवीय आधार पर छोड़ने का प्रस्ताव रखा है। मीटिंग में मौजूद एक मेंबर के मुताबिक, मीटिंग का एजेंडा ‘रिलेशनशिप विद द नेबरहुड’ (पड़ोसी के साथ रिश्ता) रखा गया था। भारत और पाकिस्तान आखिरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में आमने-सामने आए थे। इस मुकाबले में पाकिस्तान ने भारत को हराकर ट्राफी पर कब्जा जमाया था।