देश में वैक्सीन की कमी और अमेरिका के साथ उतार-चढ़ाव भरे रिश्तों के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर आज पांच दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंच गए हैं। जहां वो अगले 5 दिनों तक यानी 28 मई तक अमेरिका दौरे पर रहेंगे। जिसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट कर दी।
विदेश मंत्री का दौरा अहम
कोरोना काल के बीच अमेरिका पहुंचे विदेश मंत्री का दौरा अहम माना जा रहा है। खासतौर पर ऐसे समय में जब अमेरिका 8 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध कराने की घोषणा कर चुका है। ऐसे में भारत की कोशिश वैक्सीन का बड़ा हिस्सा हासिल करने की होगी। जयशंकर की अमेरिकी कंपनियों के साथ कोविड-19 की वैक्सीन की खरीद पर चर्चा होगी। साथ ही इन वैक्सीन के संयुक्त उत्पादन की संभावना पर भी बातचीत हो सकती है।
बाइडन सरकार के आला अधिकारियों से होगी मुलाकात
इस दौरान विदेश मंत्री की अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस और बाइडन सरकार के अन्य आला अधिकारियों से मुलाकात होनी है। जहां भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और कोविड संबंधित सहयोग पर अमेरिका के बिजनेस फोरम के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही वो न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से भी मिल सकते हैं। इस दौरे के दौरान एस जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों से संबंधित कैबिनेट सदस्यों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।
वैक्सीन पर अमेरिका से लगातार हो रही है बात
विदेश मंत्रालय के अनुसार सरकार कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और उसके उत्पादन को लेकर अमेरिका की वैक्सीन निर्माता कंपनियों से सम्पर्क साधे हुए है। अमेरिकी उद्यमों के साथ कोरोना टीकों की खरीद और बाद में देश में उसके उत्पादन की संभावना के बारे में बातचीत कर रहा है।