नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पिछले दिनों आयोजित हुए तब्लीगी जमात में शामिल 24 लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, जानकारी मिली है कि तबलीगी मरकज में शामिल होने के लिए मलेशिया, अफगानिस्तान, म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका समेत दर्जन भर देशों से लोग आए थे।
वहीं, मरकज में हरियाणा, बिहार और पंजाब समेत 20 राज्यों से 1830 लोग शामिल हुए थे। इनकी सूची भी जारी कर दी गई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के साथ अंडमान के लोगों की भी मुश्किल बढ़ गई है, क्योंकि तब्लीगी में शामिल होने वाले वहां पहुंचकर बीमार हो गए हैं और इनमें कोरोना वायरस की पुष्टि भी हो गई है।
जानकारी मिली है कि हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जमात में हापुड़ से भी दो लोग शामिल हुए थे। इनमें से एक दिल्ली में और एक मेरठ में मौजूद है। वहीं इसको लेकर हापुड़ में भी अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, हरियाणा के मेवात से भी खबर आ रही है कि तबलीगी जमात के लोग यहां भी आए हुए थे। तावडू के प्रतिनिधि से जानकारी संवाददाता से फोन पर बात हुई थो उसने इस बाबत जानकारी दी।
मरकज की तरफ से अपने बचाव में दलील दी गई है कि उन्होंने लॉक डाउन के निर्देश मिलने के फौरन बाद तकरीबन 15 सौ लोगों को मरकज से रवाना करवा दिया था और बाकी लोगों की मूवमेंट के लिए कुछ गाड़ियों की लिस्ट पुलिस को दी थी ताकि उनकी परमिशन हो सके। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंगलवार दोपहर तक 1034 लोगों को यहां से निकाल कर अलग-अलग जगहों पर भेज दिया गया है। 334 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 700 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है। इसके लिए बसों ने 34 चक्कर लगाए। भीड़ में शामिल 34 लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है।