नई दिल्ली। INX Media केस में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सीबीआई हिरासत में हैं। वकीलों की फौज ने चिदंबरम को सीबीआई और ईडी के मुकदमों से निजात दिलवाने की हर संभव कोशिश की लेकिन चिदंबरम के वकीलों के हर दांव को दूसरे कानूनी नुक्तों से काटा जा रहा है।
गौरतलब है कि वकील कपिल सिब्बल ने चिदंबरम को हिरासत में रखने का विरोध किया था लकिन अब हालात ऐसे बन रहे हैं कि खुद चिदम्बरम के वकील उन्हें हिरासत में रखने की मांग करते नजर आ रहे हैं। अब कपिल सिब्बल यह कहते हुए सुनाई दिए कि हुजूर पी. चिदम्बरम को CBI में चार दिन और रहने दिया जाए हालांकि इस दलील और अपील पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने विरोध जताया।
तो आपको बताते हैं कि खुद CBI की हिरासत में जाने का मामला चिदम्बर के वकील क्यों उठा रहे हैं। शुक्रवार यानी आज सीबीआई चिदंबरम की हिरासत बढ़ाने का जोर नहीं देगी लेकिन इसका प्रतिफल यह होगा कि चिदम्बर को अब CBI नहीं बल्कि तिहाड़ जेल में हिरासत में रखा जाएगा और चिदम्बर तिहाड़ का रास्ता देखने से घबरा रहे हैं।
अब CBI आगामी पांच सितंबर की तारीख में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने पर यह तय करेगी की आखिर चिदंबरम कि अन्य गवाहों मसलन इंद्राणी मुखर्जी से आमना-सामना कराने के नाम पर फिर हिरासत की मांग की जाये या नहीं।