भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने है, जिन्हें 2019 का सेमीफाइनल कहा जा रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस से टिकट लेने के लिए पार्टी ने दाम निर्धारित कर दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस से टिकट की मंशा रखने वालों को 50 हजार रुपये पार्टी कोष में जमा कराने होंगे, वहीं महिलाओं, अनुसूचित जाति एव अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए ये रकम आधी यानी की 25,000 रुपये है। इस फैसले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावारिया ने बताया कि प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा के लिए कांग्रेस का टिकट मांगने वाले हर उम्मीदवारों को पार्टी कोष में 50 हजार रुपये जमा कराने होंगे। हालांकि, महिलाओं,अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए ये राशि 25 हजार रुपये रखी गई है।
ये फैसला प्रदेश चुनाव समिति ने आज की बैठक में पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे टिकट मांगने वालों में भी गंभीरता बनी रहेगी और पार्टी को कोष के लिए जूझना भी नहीं पड़ेगा। प्रदेश प्रभारी ने कहा कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट मांगने वाले उम्मीदवार पांच मार्च से 15 मार्च के बीच अपना आवेदन प्रदेश कमेटी को तय किए हुए डिमांड ड्राफ्ट के साथ कर सकते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका मतलब ये है नहीं है कि कांग्रेस गरीब उम्मीदवारों को पार्टी टिकट देने से वंचित कर रही है। यहां हम साफ कर दे की अगर कोई गरीब उम्मीदवार है और दमदार है तो पार्टी उससे ये राशि नहीं लेगी।
उन्होंने कहा कि इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं पार्टी के केंद्रीय चुनाव कमेटी इन उम्मीदवारों में से दमदार उम्मीदवार का चयन करेगी। बावरिया ने बताया कि पार्टी का टिकट मांगने वाला कोई भी उम्मीदवार टिकट का आवेदन करते समय शक्ति प्रदर्शन न करे, क्योंकि ऐसा करना मना किया गया है। मध्यप्रदेश की भाजपानीत सरकार को किसान विरोधी एवं भ्रष्टाचारी बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस समूचे मध्यप्रदेश में भाजपा के कुशासन के खिलाफ 12 मार्च से बड़ा आंदोलन करेगी। इसके तहत 12 मार्च को मध्यप्रदेश विधानसभा का घेराव किया जाएगा।’’