जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राज्य बजट 2017-18 की तैयारियों को लेकर औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों, कर विशेषज्ञों और अन्य प्रतिनिधियों के साथ विस्तारपूर्वक चर्चा की। राज्य स्तरीय कर परामर्शदात्री समिति की मौजूदगी में प्रदेश की मुख्यमंत्री ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने से उद्योग एवं व्यापार जगत की टैक्स प्रक्रिया का सरल बनाया जाएगा। इसके साथ ही उपभोग आधारित इस कर के लागू होने का फायदा राजस्व में भी दिखाई देगा। उद्यमियों एवं कारोबारियों के समय पर कर अदा करने से राजस्व का उपयोग आमजन के हित में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार टैक्स और प्रक्रियाओं का सरलीकरण करने के प्रति सदैव तत्पर है। जीएसटी को प्रदेश में पूरी तैयारी के साथ लागू किया जाएगा। इसके साथ ही सीएम राजे ने कहा कि राज्य सरकार अपने स्तर पर जीएसटी के प्रचार-प्रसार के पूरे प्रयास कर रही है। उद्योग एवं व्यापार संघ भी इसमें अपनी प्रभावी भूमिका निभाएं ताकि गांव-ढाणी तक के व्यापारियों को इसकी आवश्यक जानकारी मिल सके।
राजे ने कहा कि राज्य के आगामी बजट के लिए कर परामर्शदात्री समिति के सुझाव महत्वपूर्ण रहेंगे और उचित सुझावों को बजट में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। राज्य सरकार लघु उद्योगों को लगातार प्रोत्साहन दे रही है ताकि छोटे उद्यमी आगे आएं और राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ें। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया ताकि किसानों को भी उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके।
मुख्यमंत्री ने बैठक में 40 से अधिक औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों, कर विशेषज्ञों और अन्य प्रतिनिधियों से विस्तृत विचार विमर्श किया। राजे ने उनके सुझावों को गंभीरता से सुना और उचित सुझावों पर अमल करने का भरोसा दिलाया।