लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गांवों में बड़े स्तर पर ‘फॉगिंग’ अभियान चलाकर संक्रामक बीमारी की जड़ मच्छरों को समाप्त करने में सफलता पाई है।
मुख्य रूप से जिन जिलों में संक्रामक बीमारी फैलने का डर अधिक रहता था, उनमें एक अप्रैल से चालू किए गए फॉगिंग अभियान का असर देखने को मिल रहा है। रोगियों की संख्या घटने के साथ अस्पतालों में लगने वाली भीड़ में भी काफी कमी आई है।
मच्छरों के प्रकोप को दूर करने का संकल्प
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी 75 जिलों की ग्राम पंचायतों व राजस्व ग्रामों में वृहद फॉगिंग अभियान चलाकर वहां से मच्छरों के प्रकोप को दूर करने का संकल्प लिया है। इस अभियान के तहत विशेषकर उन जिलों पर अधिक ध्यान दिया गया, जिनमें संक्रामक रोगों के फैलने की संख्या अधिक रहती थी।
इनमें सुलतानपुर, सिद्धार्थनगर, शाहजहांपुर, रामपुर, कानुपर देहात, जौनपुर, गोरखपुर, बाराबंकी जिलों के गांवों में एक हजार से अधिक बार एक अप्रैल से अभी तक फॉगिंग कराने का अभियान चलाकर सरकार ने एतिहासिक शुरुआत की है।
जौनपुर में 14 दिनों में 3629 बार फॉगिंग
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जौनपुर के गांवों में एक अप्रैल से फॉगिंग की क्रमिक प्रगति 14 दिनों में 3629 बार है, जिसके चलते यहां मच्छरों की तादाद काफी घटने लगी है। अभियान का असर यह है कि जिले में संक्रामक रोगों में भी काफी कमी आई है।
इसी प्रकार से सरकार के आंकड़ों में बाराबंकी जिले में आने वाली ग्राम पंचायतों व राजस्व गांवों में फॉगिंग की क्रमिक प्रगति 1138, गोरखपुर के गांवों में 1159, हरदोई के गांवों में 1741, कानपुर देहात से जुड़े गांवों में 1027, रामपुर में 1066 बताई गई है, जिसका असर दिखाई देने लगा है। इसके अलावा संतकबीरनगर, शाहजहांपुर, सिद्धार्थनगर, सुल्तानपुर के ग्रामीण इलाकों को मच्छरों से मुक्त करने में भी सरकार जुटी हुई है।
एंटीलार्वा व सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव पर भी जोर
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के 75 जिलों में स्थित राजस्व ग्रामों में एंटीलार्वा के छिड़काव को बढ़ावा देकर संक्रामक बीमारियों से लोगों को बचाने का अहम कार्य किया है। 14 दिनों में इन 97,521 राजस्व ग्रामों में ब्लीचिंग पाउडर, सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव हर दिन कराया जा रहा है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 14 दिनों में इन सभी गांवों में 21,610 बार प्रतिदिन ब्लीचिंग पाउडर, एंटीलार्वा व सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव कराने का एतिहासिक कार्य सरकार की ओर से किया गया है।