हाजीपुर। बिहार में जहां एक ओर बाढ़ ने तांडव मचाया हुआ है वही विदेशी दौरे से लौटे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज पहली बार बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने पहुंचे।खबरों के मुताबिक जैसे ही तेजस्वी यादव का काफिला गांधी सेतु के टॉल प्लाजा के पास पहुंचा वैसे ही बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों ने तेजस्वी के काफिले को रोक दिया और जमकर हंगामा किया।
सैकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ित उप मुख्यमंत्री की कार के सामने खड़े हो गए और हंगामा करने लगे। तेजस्वी के सामने अपनी शिकायत रखते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ में उनका सब कुछ बर्बाद हो गया। खाने को अन्न का दाना तक नहीं बचा है। हम लोग भूख से मर रहे हैं और कोई देखने वाला नहीं है। गंगा मईया ने आसरा छीन लिया। बाढ़ राहत सामाग्री नहीं मिल रही है।
सूत्रों के अनुसार बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सभी बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं का समाधान करने और उन्हें प्रशासन से बात करने का आश्वासन दिया। इससे पहले तेजस्वी ने तेरसिया पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और वहां के हालात का जायजा लिया, साथ ही बाढ़ पीड़ितों को खाना भी परोसा। तेजस्वी ने कहा कि बाढ़ राहत कार्य में भारी कमी है। शिकायत मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाढ़ राहत को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से गंभीर है और शिविरों में जो भी कमियां हैं उसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि बिहार में गंगा, सोन, पुनपुन, घाघरा, कोसी और अन्य नदियों में पानी का स्तर बढ़ने की वजह से आई बाढ़ में 12 जिलों के 1,934 गांवों के 31.33 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित जिलों में बक्सर, भोजपुर, पटना, सारण, मुंगेर, वैशाली, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार शामिल है। खबरों के अनुसार अब तक कुल 3.44 लाख लोगों को बचाया गया है। 433 शिविरों की व्यवस्था की गई है, जिसमें 1.74 लाख लोगों को शरण दी गई है।