प्रयागराजः पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश का असर मैदानी इलाकों में साफ देखने को मिल सकता है। संगम नगरी में गंगा-यमुना उफान पर हैं, जिसका साफ असर देखा जा सकता है। नदियों के जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भर गया है। जिसके कारण लोग अपना सामन लेकर सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गए हैं।
संगम नगरी में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। हलांकि अभी दोनों नदियां (गंगा और यमुना) खतरे के निशान से करीब चार मीटर नीचे हैं, लेकिन नदियों के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। जिसके कारण स्थानीय प्रशासन ने इन इलाकों का अलर्ट कर दिया है। प्रशासन ने नदी के किनारे बसे लोगों को खाली करने की अपील की है।
लेटे हुए हनुमान मंदिर में घुसा गंगा का पानी
वहीं, गंगा के किनारे स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर के अंदर गंगा जी का पानी घुस चुका है। बाढ़ का पानी मंदिर के अंदर बने गर्भगृह तक पहुंचने के कारण लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा डूब गई है।
बाढ़ का पानी अंदर घुसने के कारण मंदिर के पुजारियों ने कपाट बंद कर दिए हैं। पूरे मंदिर परिसर में करीब ढाई से तीन फिट पानी बह रहा है। कहा जाता है कि प्रत्येक वर्ष मां गंगा का पानी हनुमान जी के मंदिर में घुसता है और उन्हें स्नान करवाता है। वैसे भी प्रयागराज में ये दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां बजरंग बली की आराम मुद्रा में लेटकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं।