लाहौर। पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या मामले में संदिग्ध अलकायदा और तालिबान के पांच आरोपियों को कोर्ट ने जमानत दे दी है। बता दें कि साल 2007 में एक चुनावी रैली के दौरान बेनजीर की हत्या कर दी गई थी। बेनजीर की बात करे तो वो 90 के दशक में दो बार पाकिस्तान की सत्ता संभाल चुकी हैं। 1999 में लगे सैनिक शासन के बाद साल 2007 में पाकिस्तान में चुनाव होने जा रहे थे, जिसके लिए वो चुनाव प्रचार कर रही थी,लेकिन इस दौरान उनपर गोलियों और बम से हमला किया गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
बेनजीर की हत्या के बाद देश में राजनीतिक माहौल काफी तनावपूर्ण हो गए थे और चारों तरफ हिंसा का माहौल पैदा हो गया था। उस दौरान तत्कालिन सैनिक सरकार ने टीटीपी के प्रमुख बैतुल्लाह महसूद को पूर्व पीएम की हत्या का दोषी ठहराया था, लेकिन महसूद ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था। हालांकि पुलिस ने अब्दुल राशिद, ऐतजाज शाह, रफाकत हुसैन, हुसनैन गुल और शौर जमान को गिरफ्तार कर लिया था और दावा किया था कि वे टीटीपी के सक्रिय सदस्य हैं, जिन्होंने भुट्टो की हत्या में अहम रोल निभाए थे।