लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच केजीएमयू में पोस्टमार्टम हाउस के पांच कर्मचारियों को कोरोना हो गया है।
इतनी बड़ी संख्या में कोरोना से संक्रमित होने के बाद भी अब तक पोस्टमार्टम हाउस को सील नहीं किया गया है। वहीं अनजाने में ही सही केजीएमयू के पोस्टमार्टम हाउस के पास से लोगों की आवाजाही जारी है। वहीं पोस्टमार्टम हाउस को अब तक सेनेटाइज नहीं कराया गया है।
पोस्टमार्टम हाउस नहीं हुआ सील
केजीएमयू में इतनी गंभीर स्थिति को देखते हुए भी पोस्टमार्टम हाउस को सेनेटाइज और सील न किया जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। ये संबंधित विभाग की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। अगर इस बीच कुछ और लोगों को कोरोना हो गया तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
40 डॉक्टर मिले थे कोरोना संक्रमित
बता दें कि अभी हाल ही में केजीएमयू के 40 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित मिले थे। वहीं कई स्वास्थ्य कर्मियों को भी कोरोना हो गया था। इन सभी डॉक्टरों का केजीएमयू में ही इलाज चल रहा है। वहीं आज एक बार फिर से केजीएम के डॉक्टर्स और स्टाफ मिलाकर कुल 26 कोरोना पेशेंट आए हैं।
राजधानी में हुआ कोरोना विस्फोट
ये हाल तब है कि राजधानी लखनऊ में कोरोना का विस्फोट हुआ है। राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा कोरोना के पेशेंट सामने आ रहे हैं।
लखनऊ में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2369 मरीज सामने आए हैं वहीं इनमें से छह लोगों की एक ही दिन में मौत हो गई है। वहीं यूपी में अब तक के सभी रिकार्ड को तोड़ते हुए पहली बार एक दिन में कोरोना के 8490 मामले सामने आए हैं। यूपी में कोरोना से पिछले 24 घंटे में 39 लोगों की मौत हो गई है।
कई शहरों में लगाया गया नाइट कर्फ्यू
प्रदेश में कोरोना के कहर के कारण ही राजधानी लखनऊ के साथ-साथ वाराणसी, नोएडा, कानपुर, गाजियाबाद, मेरठ में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।
प्रशासनिक स्तर पर इतना सब काम किए जाने के बाद भी केजीएमयू के पोस्टमार्टम हाउस में इस प्रकार की लापरवाही साबित कर रही है कि क्यों राजधानी लखनऊ में कोरोना के इतने मामले सामने आ रहे हैं।