गोरखपुर: चुनाव और वोटिंग प्रक्रिया लोकतंत्र के प्रति आम आदमी की जागरूकता को बढ़ाते हैं, भारत जैसे देश में यह आमजन की सबसे बड़ी ताकत है। गोरखपुर के कुछ ऐसे गांव हैं, जिन्हें इस बार लोकतंत्र के इस पर्व में पूर्ण रूप से शामिल होने का मौका मिलेगा।
कुसुम्ही जंगल से सटे हैं गांव
गोरखपुर के कुसुम्ही जंगल के कुछ गांव ऐसे हैं, जिन्हें पहली वोटिंग का अधिकार मिल रहा है। दरअसल वनटांगिया गांव के लोगों ने 2015 में भी वोट डाला था, लेकिन उस वक्त तक इन गांवों को राजस्व गांव का दर्जा नहीं मिला था। इस बार से इन्हें वोट के साथ-साथ अन्य फायदा भी मिलने लगेगा।
इन सभी गावों को राजस्व ग्राम का दर्जा मिल गया है। इसके बाद सभी ग्रामवासी होने वाले पंचायत चुनाव का हिस्सा बन पायेंगे। जिनमें जिले के रजही खाले टोला, रजही नर्सरी, तिनकोनिया नंबर तीन, आमबाग नर्सरी और चिलबिलवा शामिल हैं।
सीएम योगी ने किया गांव का कायाकल्प
सीएम योगी ने इन लोगों की सभी सुख-सुविधाओं का इंतजाम करके बड़े बदलाव किए हैं। जंगल पर निर्भर रहने वाले वनटांगिया समुदाय के लोग अब सरकार से बहुत खुश हैं। यहां सड़क, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी जरूरी सुविधाओं को उपलब्ध करवाकर इनका जीवन बेहतर किया जा रहा है। पहले ये सभी लोग जंगल की जमीन पर खेती करके अपना जीवनयापन किया करते थे।
समुदाय कर रहा योगी का धन्यवाद
यहां की जनता मुक्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बहुत आभार जताती है, उनके प्रयासों से इस समाज को भी मुख्यधारा से जुड़ने का मौका मिला है। कुछ लोग तो योगी को भगवान की तरह मानते हैं और उनका धन्यवाद करते रहते हैं। वनटांगिया समुदाय आने वाले पंचायत चुनाव के लिए पूरी तरह से उत्साहित नज़र आ रहा है। आजादी के बाद यह पहला मौका होगा, जब ये लोग अपने मत का प्रयोग कर पायेंगे।
गांव में मौजूद हैं कई सुविधायें
वनटांगिया गांवों में कई सुविधाओं को सरकार द्वारा उपलब्ध करवाया गया है। इनमें सोलर लाइट और स्ट्रीट लाइट से गांव को रौशन किया गया है। पीएम और सीएम आवास के द्वारा घरों की स्थिति को भी सुधारा गया है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय, नलकूप और हैंडपंप की सुविधा से पेयजल मुहैया करवाया जा रहा है।
इसके साथ ही बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा के संसाधन भी इन गांवों में मौजूद हैं। गोरखपुर में 15 अप्रैल को पहले चरण में ही मतदान होंगे, इस दौरान प्रदेश के अन्य 18 जिलों में भी वोट डाले जायेंगे। इस बार कुल चार चरणों में प्रदेश के पंचायत चुनाव संपन्न होने हैं।