एजेंसी, पेरिस। पेरिस के ऐतिहासिक गिरजाघर नोट्रे-डेम कैथेड्रल में सोमवार को आग लग गई, हालांकि मुख्य ढांचे को बचा लिया गया है लेकिन आगजनी से ऐतिहासिक इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सदियों की विरासत खाक हो गई। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए नोट्रे-डेम का दोबारा निर्माण कराने का संकल्प लिया है।
आग में सबसे पहले यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित 850 साल पुरानी छत तबाह हुई,और शानदार गॉथिक मीनार वहां मौजूद लोगों के सामने ढह गई।
आग ऐसे समय में लगी है जब गिरजाघर में ईस्टर की तैयारियां की जा रही थीं। आग इतनी भयावह थी कि इसकी लपटे आसमान तक उठ रही थी, जिसे वहां मौजूद पर्यटक देख सन्न रह गए। दमकल विभाग के करीब 400 कर्मियों ने काफी मशक्कत की और वे काफी नुकसान के बावजूद टावर बचाने में कामयाब रहे। पेरिस के दमकल विभाग के प्रमुख जीन-क्लाउड गैलेट ने कहा, ‘‘ हम ऐसा मान सकते हैं कि नोट्रे-डेम कैथेड्रल की प्रमुख संरचना और दो टावरों को बचा लिया गया है। ’’
वहीं एक सलाहकार स्टीफन सिग्नोरिएरी ने कहा, ‘‘ नोट्रे-डेम सभी यृद्धों और हर प्रकार की बमबारी में सुरक्षित रहा। हमने कभी नहीं सोचा था कि इसमें आग लग सकती है। मैं काफी दुखी हूं।’’ पेरिस आर्कबिशप मिशेल एपेटिट ने पत्रकारों से कहा,‘‘ हम इससे निपट रहे हैं।’’ आग लगने के कारण का अभी तत्काल पता नहीं चल पाया है लेकिन कैथेड्रल में मरम्मत का नाम चल रहा था और दमकल विभाग का कहना है कि यह आग लगने का एक कारण हो सकता है। दमकल विभाग ने बताया कि राहत कार्य के दौरान एक कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गया।