जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित विद्याधर नगर में शानिवार की सुबह एक घर में आग लगने के कारण पांच लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो लड़कियां, दो लड़के और एक बुजुर्ग व्यक्ति शामिल है। इनमें से दोनों लड़कियों और बुजुर्ग की मौत जलने से हुई है जबकि दोनों लड़कों की मौत दम घुटने से हुई है। आग से मकान भीतर से जल गया है और लोगों का आरोप है कि फायर ब्रिगेड देरी से पहुंची। दरअसल विद्याधर नगर के सेक्टर नौ में आरएससीबी ऑफिस के पास एक दो मंजिल मकान में आग लग गई। हादसे के समय मकान में पांच लोग थे, जिनमें दो लड़के ऊपर के कमरे में और दो लड़कियां और बुजुर्ग नीचे के कमरे में सो रहे थे।
आग के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। वहीं जब मकान को आस-पास के लोगों ने जलते हुए देखा तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, लेकिन उसे इलाके में पहुंचने में समय लग गया। इसके बाद मौके पर पहुंची पीसीआर के एक पुलिस जवान ने रस्सी के सहारे ऊपरी मंजली से एक लड़के को निकाला और इसके बाद दूसरे लड़के को भी चद्दर में लपेटकर निकाला। बाद में फायर ब्रिगेड पहुंच गई। फायर ब्रिगेड कर्मी घर में दाखिल हुए तब तक दोनों लड़कियों व बुजुर्ग की मौत हो चुकी थी। लड़कों को बचाने वाले पुलिस के जवान ने बताया कि जब पहले लड़के को निकाला गया तो उसकी सांसे चल रही थीं, लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त उसने भी दम तोड़ दिया।
वहीं दोनों लड़कियों व बुजुर्ग की मौत पहले ही हो चुकी थी। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चला है पर माना जा रहा है कि आग सिलेंडर फटने से लगी। लोगों के मुताबिक उन्होंने धमाके की आवाज सुनी थी। हालांकि ये जांच में ही स्पष्ट होगा कि आग कैसे लगी। वहीं दूसरी तरफ लोगों का आरोप है कि सूचना के एक घंटे बाद फायर ब्रिगेड पहुंची, जिसमें फायर ब्रिगेड का ऑफिस यहां से महज 100 मीटर की दूरी पर ही है। इसके बाद भी उनके पास संसाधन सही नहीं थे।
आने के बाद उनकी लैडर भी नहीं खुली। इसके अलावा आग बुझाने के लिए पाइप भी छोटा था। लोगों का कहना है कि अगर दमकल समय से पहुंच जाती तो लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती थी। मरने वालों की पहचान संजीव के पिता 80 वर्षीय महेंद्र गर्ग , संजीव की दो बेटियों अपूर्वा और अर्पिता, संजीव के बेटे अनिमेश व संजीव के साले के बेटे शौर्य के रुप में हुई है। बताते चलें कि हादसे के समय संंजिव गर्ग अपनी पत्नी के साथ आगरा गए हुए थे।