मेरठ: यूपी के 2 IPS अधिकारियों पर गंभीर आरोप के चलते विजिलेंस मेरठ ने FIR दर्ज कराई हैं। IPS डॉ. अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर विजिलेंस मेरठ में एंटी करप्शन एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई है। दोनों अधिकारियों पर ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए धांधली का आरोप हैं। इस आरोप के चलते दोनों के खिलाफ सबूत मिले हैं। दोनों के खिलाफ सबूत के तौर पर फोन कॉल और चैट से मिले है। जिनसे दोनों अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कथित पत्रकार चंदन राय, स्वप्निल राय और अतुल शुक्ला का नाम भी FIR में शामिल हैं। इन सभी पर सरकारी अधिकारी को भ्रष्टाचार के लिए प्रेरित करने का आरोप हैं। बता दें कि सभी लोगों पर ‘प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट’ की धारा 8 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया हैं।
IPS अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
शासन के निर्देश पर मार्च 2020 में विजिलेंस ने दोनों IPS अधिकारियों के खिलाफ अपनी जांच शुरू की थी। दोनों अधिकारियों पर चल रही विजिलेंस जांच में कुछ बेनामी संपित्तयों की भी जानकारी सामने आई हैं। बता दें कि पूर्व गौतमबुद्धनगर SSP वैभव कृष्ण का एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। इस मामले में वैभव कृष्ण ने DGP को पत्र लिख अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर साजिश के तहत उन्हें फंसाने का आरोप लगाया था। उन्होंने इस पत्र में IPS अधिकारी अजयपाल शर्मा और हिंमाशु कुमार के खिलाफ ट्रांसफर और पोस्टिंग के नाम पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया था। जिसके बाद यह पत्र लीक हो गया था, जिसकी जांच अलग से की जा रही हैं।
निलंबन को लेकर हो सकता फैसला
जानकारी के मुताबिक, FIR दर्ज होने के बाद दोनों ही IPS अधिकारियों के निलंबन को लेकर जल्द ही फैसला हो सकता हैं। बता दें कि डायरेक्टर विजिलेंस के निर्देशन में रिपोर्ट को तैयार किया गया हैं। जिसमें दोनों IPS अधिकारियों के खिलाफ लगे तमाम आरोपों में से कई सही पाए गये थे। शासन से नियमों के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संस्तुति की गई थी।
IPS अजयपाल पर पत्नी ने भी लगाए गंभीर आरोप
दोनों IPS अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे है। IPS अजयपाल शर्मा पर अपराधियों के साथ सांठगांठ और भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। अजयपाल शर्मा पर कथित उनकी पत्नी ने भी उनपर गंभीर आरोप लगाए है। FIR के बाद अजयपाल शर्मा का वॉइस सैम्पल लिया जा सकता हैं। IPS हिमांशु कुमार पर ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए सिफारिश का आरोप लगा हैं।