नई दिल्ली। जेडीयू में मचे पार्टी को लेकर घमासान के बीच खबरों का बाजार गरम है कि शरद यादव का गुट अब पार्टी की नींव फिर से रखते हुए बिहार समेत 19 राज्यों में जदयू के नए नेताओं की नियुक्ति प्रदेश अध्यक्षों के तौर पर करके कई बातों को साफ कर दिया है। इसके साफ है कि शरद यादव गुट किसी भी तरह से नीतीश कुमार को चुनौती देने के लिए मैदान में आ चुका है। इसके साथ ही शरद यादव की अगुवाई में पूर्व मंत्री रमई राम को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।
इसके साथ ही शरद यादव गुट ने आने वाले साल के मार्च में पार्टी में चुनाव की प्रक्रिया को बहाल करते हुए पदाधिकारियों के चयन में चुनाव की प्रक्रिया अपनाने की बात करते हुए संगठनात्मक चुनाव कराने की बात कही है। शरद यादव ने नई नियुक्तियों को करके साफ किया है कि वो भाजपा और नीतीश के साथ देश भर में भाजपा गठबंधन की सरकारों के खिलाफ नया मोर्चा खोल रहे हैं।अब शरद यादव राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को सत्ताधारी एनडीए सरकार के खिलाफ एक जुट करने के काम में लगे हैं।
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष छोटूभाई बसावा ने शरद यादव के अनुमोदन पर 19 राज्यों में कार्यकारी अध्यक्षों के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नियुक्ति कर नीतीश कुमार को खुली चुनौती दे डाली है। हांलाकि चुनाव आयोग ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी को ही सही माना है। ऐसे में प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवाल के जवाब में शरद यादव ने कहा कि पार्टी और पद से बड़ा है राष्ट्र हित और ये लडाई मेरी देश के हितों की रक्षा के लिए है। शरद यादव ने कहा कि देश कि सांझा विरासत को बचाने के लिए समूचे विपक्ष को एक जुट करना होगा। जिसके लिए हमारा कार्यक्रम साझी विरासत बचाओ जारी है।
शरद यादव के नेतृत्व में जेडीयू ने शरद यादव खेमें में चुने गए राष्ट्रीय पदाधिकारियों में राज्यसभा सांसद अली अनवर समेत चार उपाध्यक्ष और अरुण कुमार श्रीवास्तव व जावेद रजा समेत 10 महासचिव बने हैं। इसके साथ ही 6 सचिवों के अलावा सलीम मदावूर को पार्टी के यूथ ब्रिगेड का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। प्रदेश अध्यक्षों के तौर पर सुरेश निरंजन भैया को उत्तरप्रदेश, राव कमलबीर सिंह को हरियाणा, प्रमोद शर्मा-उत्तराखंड, रामस्वरुप यादव-झारखंड, इंदर मोहन तार सिंह-जम्मू कश्मीर और दिल्ली में बलबीर ठाकुर को अध्यक्ष बनाया गया है।