नई दिल्ली। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और उनके समर्थकों के साथ मेयर मनोज गर्ग और मंत्री मदन कौशिक के समर्थकों का धर्मनगरी हरिद्वार में हाई वोल्टेल ड्रामा नजर आया है। इस ड्रामे में दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी और पत्थर चले हैं। मौके की नजाकत देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उपद्रवी तत्वों पर लाठी चार्ज भी किया है। सूत्रों की माने तो पथराव में मेयर समेत दोनों पक्षों के लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि हरिद्वार की पाश कॉलोनी खन्ना नगर में सतपाल महाराज का प्रेमनगर आश्रम मौजूद है। इस आश्रम पर कई बार अतिक्रमण करने का आरोप भी लगा है। इसी आश्रम की दीवार के चलते यहां जलभराव हो गया था। इसी को देखने आये मेयर और सतपाल महाराज के समर्थकों के बीच ये घमासान हुआ है।
सूत्रों की माने तो जब ये घमासान चल रहा था इसी दौरान मौजूदा भाजपा सरकार में मंत्री मदन कौशिक और उनके समर्थकों ने भी बहती गंगा में हाथ धोते हुए छोटी सी चिंगारी को आग का रूप प्रदान कर दिया । जिसके बाद ये छोटी सी तनातनी भीषण खूनी संग्राम में बदल गई। इलाके की सड़कें रण भूमि नजर आने लगी। कभी पत्थरों की बौछार तो कभी डंडों की मार इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को इस पूरे रंगारंग कार्यक्रम की सूचना दी। इसके मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में जमकर लाठियां फटकारनी शुरू कर दी। पुलिस की लाठियों के बीच ये अराजक तत्व गायब हो गये और आम लोगों पर भी पुलिसिया कहर वज्र बनकर टूटा। हांलाकि इस पूरे रंगारंग कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मेयर समेत कई लोग बुरी तरह से घायल हो गये थे।
स्थानीय लोगों की माने तो बारिश के चलते यहां घुटनों तक पानी का जलभराव हो जाता है। इसकी एक वजह है प्रेमनगर आश्रम की दीवाल का नाले पर भी कब्जा है जिसके चलते जल निकासी नहीं हो पा रही है। लोग लम्बे समय से आश्रम का ये अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार कह चुके हैं। आज इसी क्रम में मेयर और अतिक्रमण तोड़ने के लिए नगर निगम की टीम मौके पर आई तो पहले आश्रम के लोगों के बीच कहा सुनी ही चल रही थी। आश्रम के लोग नगर निगम पर ही अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगा रहे थे। दोनों पक्षों के बीच चल रही जुबानी जंग अचानक ही दंगल में बदल गई । मौके पर मजिस्ट्रेट ने किसी तरह से मेयर के बचाकर अस्पताल तक पहुंचाया है।
इसी बीच मेयर की तरफ से इस दंगल में जोर अजमाने उतरे मंत्री मदन कौशिक के समर्थकों और मंत्री सतपाल महाराज के समर्थकों के बीच ये खूनी दंगल पुलिस के आने तक पूरे सबाब पर चलता रहा। पुलिसिया कार्रवाई के बाद ये तूफान तो शांत हो गया। लेकिन मंत्री मदन कौशिक के समर्थकों ने सतपाल महाराज के समर्थकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए वहीं प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद प्रशासन टीम लगाकर दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को शांत कराने में जुट गया है।