लखनऊ। लगता है आज अयोध्या के सुर्खियों में रहने का दिन है पहले देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की अपली की। वहीं, अब अयोध्या को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। प्रदेश की ई योगी सरकार ने रामायण म्यूजियम परियोजाओं को हरि झंडी दे दी है। सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक योगी सरकार रामायण म्यूजियम के लिए 25 एकड़ जमीन मुफ्त में देगी।
बताया जा रहा है कि इस म्यूजियम के बनने के लिए 154 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। बता दें कि इस योजना का ऐलान केंद्र सरकार ने किया था लेकिन प्रदेश में अखिलेश की सत्ता होने के कारण वो ये काम नहीं कर पाई। मगर अब योगी की सत्ता है तो वो अपना काम कर सकती है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस काम की शुरूआत अगले सप्ताह से शुरू हो सकती है।
मायावती ने की शुरूआत
गौरतलब है कि रामायण म्यूजियम की शुरूआत साल 2007 में मायावती सरकार ने की थी। मायावती के शासन काल में इंटरनेशनल रामलीला संकुल प्रस्तावित किया, जिसके बाद 2009 में लोकसभा चुनाव की वजह से इसमें तेजी आई और 27 एकड़ भूमि को चिन्हिंत करके काम शुरू करने की कोशिश की गई हालांकि ये काम हो ना सका और योजना धरी की धरी रह गई। जून 2015 में केंद्र सरकार ने अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर अयोध्या में रामायण संग्रहालय बनाने की घोषणा की लेकिन इसे लेकर कोई ठोस काम नहीं हो पाया। लेकिन केंद्र और प्रदेश की सत्ता हाथ में आने के बाद भाजपा ने एक बार फिर से राम मंदिर पर दांव पेंच खेलने शुरू कर दिए हैं।