लद्दाख सीमा को लेकर भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। और कल रात वो ही हुआ जिसका सभी को डर था। चीन और भारत दोनों की तरफ से ही जंग न होने को लेकर बातचीत चल रही थी। लेकिन इसके बाद भी चीन अपनी नापाक हरकतों से नहीं माना और वो ही कर दिया जिसको लेकर अंदेशा जताया जा रहा था।
सोमवार रात लद्दाख की गालवन वैली में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इसमें भारत के एक कर्नल और दो जवान शहीद हो गए। जो कर्नल शहीद हुए, वे इन्फैंट्री बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर थे।45 साल यानी 1975 के बाद भारत-चीन सीमा पर ऐसे हालात बने हैं, जब भारत के जवानों की शहादत हुई है। इस बार कोई गोली नहीं चली। सैनिकों के बीच पथराव हुआ।
डंडों से एकदूसरे पर हमला किया गया। भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई में चीन के 5 सैनिक मारे गए हैं और 11 जवान घायल हुए हैं। चीन के अखबार द ग्लोबल टाइम्स ने ही इसे कन्फर्म किया है। हालांकि, हमारी सेना ने सिर्फ यही कहा है कि दोनों तरफ जवानों की जान गई है।
आपको बता दें, दोनों देशों के बीच 41 दिन से सीमा पर तनाव है। इसकी शुरुआत 5 मई से हुई थी। इसके बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच जून में ही चार बार बातचीत हो चुकी है। बातचीत में दोनों देशों की सेनाओं के बीच रजामंदी बनी थी कि बॉर्डर पर तनाव कम किया जाए या डी-एक्स्केलेशन किया जाए। डी-एक्स्केलेशन के तहत दोनों देशों की सेनाएं विवाद वाले इलाकों से पीछे हट रही थीं।
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लेकिन रात उपजे इस विवाद में जिस तरह से दोनों तरफ से जवान शहीद हुए हैं। उससे सीमा पर भारत और चीन के बीच और भी ज्यादा विवाद बढ़ गया है। जिससे निबटने के लिए दोनों ही देशों में बैठकों को दौर जारी है। आने वाले समय में बहुत जल्द लोगों तो इसकी जानकारी दे दी जाएगी।