नई दिल्ली। रेवन्यू के आधार पर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट ने भारतीय ई-रिटेल दिग्गज फ्लिपकार्ट को खरीद लिया है। इस डील को दोनों कंपनियों ने 16 बिलियन डॉलर में तय किया है। कंपनी को बेचे जाने के बाद फ्लिपकार्ट के को फाउंडर सचिन बंसल ने कंपनी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। खबरों के मुताबिक वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी ली है। भारत के ई-कॉमर्स के इतिहास में ये अबतक की सबसे बड़ी डील मानी जा रही है। इस डील के बाद वॉलमार्ट भारत में काम करने वाली सबसे बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी बन जाएगी।
बताया जा रहा है कि फ्लिपकार्ट को वॉलमार्ट द्वारा खरीदे जाने के बाद भारत में वॉलमार्ट का कारोबार लगभग 10 बिलियन डॉलर का हो जाएगा। गौरतलब है कि वॉलमार्ट ग्लोबल के सीईओ डग मैकमिलन इस डील के लिए मंगलवार को भारत पहुंचे थे और बुधवार को उन्होंने डील का आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया। भारत में वॉलमार्ट के मौजूदा कामकाज का बहुत आंकड़ा साझा नहीं किया गया है,हालांकि भारत में वॉलमार्ट का बेस्ट प्राइस- कैश एंड कैरी कारोबार लगभग 500 मिलियन डॉलर का है।
वहीं अपने इंटरनेशनल स्टोर्स के लिए मौजूदा समय में वॉलमार्ट लगभग 3 बिलियन डॉलर के उत्पाद भारतीय कंपनियों से खरीदता है। इसके अलावा वॉलमार्ट लगभग 3 बिलियन डॉलर तक की जेनेरिक दवाइयों की खरीद भी भारतीय फार्मा कंपनियों से करते हुए दुनियाभर में सप्लाई करता है। एक अनुमान के मुताबिक वॉलमार्ट लगभग 43,700 करोड़ रुपये का कारोबार भारत में फ्लिपकार्ट की डील से पहले कर रहा है। इस डील के बाद फ्लिपकार्ट-मिन्त्रा-ईबे-जबॉन्ग के 22,911 करोड़ रुपये के कुल रेवेन्यू के बाद कयास लगाया जा रहा है कि कंपनी का भारत में कुल कारोबार 67 हजार करोड़ का होगा।