सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक बार फिर से हिंसा की आग भड़की है। गांल शब्बीरपुर और सड़क दूधली के मामले में दलित महापंचायत को लेकर जिले के कई इलाकों में पथराव, आगजनी, गोलीबारी जैसी घटनाएं हो रही है। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने अब तक 20 से ज्यादा गाड़िय़ों को आग के हवाले कर दिया है। सूत्रों का ये भी कहना है कि कुछ अराजक तत्वों ने एक पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद दूबे का कहना है कि इलाके में किसी भी तरह की महापंचायत करने की अनुमति नहीं दी गई है इसके बावजूद भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने सहारनपुर के गांधी पार्क में दलित संगठनों से जुड़े लोगों को इकट्ठा कर लिया है। इन सभी लोगों का आरोप है कि ग्रामीणों को ना तो किसी तरह का मुआवजा दिया है और ना ही पीड़ितों के लिए खान-पान की व्यवस्था की गई है।
भीम आर्मी के आह्वान पर जब दलित लोग गांधी पार्क में एकत्र होने लगे तो पुलिस ने इन्हें वहां से खदेड़ दिया जिससे पुलिस और भीम आर्मी के सदस्यों के बीच टकराव हुआ और एक बार फिर से इलाके में भगदड़ का माहौल बन गया।
पुलिस और दलितों के बीच टकराव की जानकारी मिलते ही जिले के कई इलाकों के दलितों ने आक्रोश में मल्हीपुर रोड पर मोर्चा लेते हुए राहगीरों से मारपीट और वाहनों में आग लगाना शुरू कर दिया। मीडिया के वाहनों को भी उपद्रवियों ने निशाना बनाया और लोगों को पीटा और वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी सहित कई थानों की पुलिस एवं पीएसी की टीम मौके पर पहुंची। उपद्रवियों ने पुलिस दल पर पथराव किया और वाहनों को आग के हवाले कर दिया, वहां एक पुलिस चौकी में आग लगा दी।
इलाके में अब किसी तरह की हिंसा ना भड़के इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां कर ली है। इलाके को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है और हर किसी शख्स पर कड़ी निगाह रखी जा रही है।