पटना: सुशासन बाबू नीतीश कुमार ने अपराधों को रोकने के लाख दावे भले किए हों। लेकिन यह दावे जमीनी स्तर पर पूरे खोखले नजर आ रहे हैं। और एक बार फिर अज्ञात बदमाशों की गुंडागर्दी सामने आई है। ताजा मामला बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में रविवार रात अज्ञात बदमाशों ने आरटीआई कार्यकर्ता सहित दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।
घात लगाए आरोपियों ने दिया वारदात का अंजाम
वहीं पुलिस के मुताबिक, जमुई के बिछवे गांव के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता वाल्मीकी यादव अपने दोस्त धर्मेंद्र यादव के साथ रविवार रात अपनी बाइक से सिकंदरा से गांव लौट रहे थे। तभी बिछवे गांव के पास घात लगाए अज्ञात अपराधियों ने दोनों को गोली मार दी। और मौके से फरार हो गए। और गोली लगने से वाल्मीकी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि घायल युवक ने अस्पताल में ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वाल्मीकि के परिजनों के अनुसार, वे इन दिनों आंगनबाड़ी में अनियमितता को उजागर करने में लगे थे।
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी प्रमोद कुमार के मुताबिक कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने इस घटना को सुनियोजित बताते हुए कहा कि इस मामले में तीन से चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि पूर्वी चंपारण जिले के पिपराकोठी थाना क्षेत्र में 19 जून को बदमाशों ने आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे थे.