नई दिल्ली। गौहत्या को लेकर चल रहे बवाल पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का ऐसा बयान सामने आया है जिसने मामले को और भड़का दिया है। शरद पवार ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूरे देश में गौहत्या पर प्रतिबंध लगाना सही नहीं है।
देश के महान क्रांतिकारी वीर सावरकर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सावरकर मानते थे कि गाय की कोई जरूरत न रह जाए तो उसके मांस को खाने से कोई दोषी नहीं हो सकता। मालूम हो कि भागवत ने गौहत्या पर रोक लगाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा था कि संघ पूरे देश में गौहत्या को रोकने वाला कानून चाहता है।
पवार ने आगे कहा कि गौप्रेम पर उनको कोई ऐतराज नहीं है लेकिन वह उस विचारधारा का विरोध करते हैं जो देश में गौहत्या पर कानून चाहता है। पवार ने इस विचारधारा के लोगों से कहा कि वह सावरकर का जिक्र तो करत हैं लेकिन उनके विचारों को जगह नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि सावरकर भी गायों से प्यार करते थे मगर इसके साथ ही उनका मानना था कि जब गाय का उपयोग न हो और वो किसान के लिए बोझ बनने लगे तो उसको मारना गलत नहीं होता है।
ये कहा था भागवत ने:-
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गौहत्या पर पूरे देश में एक कानून बनाने की मांग उठाई थी। इसके साथ ही उन्होंने गौरक्षा के लिए एक मुहिम चलाकर ज्यादा से ज्यादा लोंगों को जोड़ने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अहिंसक प्रयासों से कानून में बदलाव का रास्ता भी साफ होगा। कहीं कानून हो चाहे ना हो, लेकिन यदि समाज का व्यवहार बदलता है तो गोहत्या बंद हो जाएगी।
मोहन भागवत ने कहा कि देश में गौ हत्या के खिलाफ सख्त कानून बने और हत्या करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि जो निगरानी समूह पशुओं की रक्षा कर रहे हैं वो सभी कानूनों का पालन ध्यान पूर्वक करें।
अलवर कांड पर मचा है बवाल:-
बता दें कि बीते 3 अप्रैल को करीबन 15 लोगों ने गो-तस्करी का आरोप लगाते हुए तीन लोगों को पकड़ा था और जमकर पिटाई की थी। जिसमें पहलू खां नाम के शख्स की अस्पताल जे जाते हुए मौत हो गई थी। फिलहाल ये मामला काफी गरमाया हुआ है जिसकी गूंज दिल्ली तक भी पहुंच गई है।