नई दिल्ली। भगवान कृष्ण के ऊपर विवादित ट्वीट करने के बाद जहां एक ओर साधु समाज ने कड़ा विरोध जाहिर किया है तो वहीं लखनऊ में कांग्रेस के प्रवक्ता जीशान हैदर ने उनके खिलाफ हजरतगंज थाने में मामला दर्ज कराया है। इस मामले के दर्ज होते ही फेमस वकील प्रशांत भूषण ने अपनी सफाई में फिर से कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने अपने स्टेटमेंट को गलत तरीके से लिए जाने का आरोप लगाया है।
प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए लिखा, रोमियो विंग पर किए गए मेरे ट्वीट को गलत तरीके से लिया गया। मैं सिर्फ ये कहना चाहता था कि रोमियो स्कवॉड के तर्क से भगवान कृष्ण भी छेड़खानी करने वाले कहलाएंगे।
My tweet on Romeo brigade being distorted. My position is: By the logic of Romeo Brigade, even Lord Krishna would look like eve teaser.
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 2, 2017
उन्होंने आगे लिखा, हम युवा कृष्ण की छेड़खानी के किस्से सुनते हुए बड़े हुए है। लेकिन रोमियो स्कवॉड इसे अपराध बताएगा। मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
We have grown up with legends of young Krishna teasing Gopis.The logic of Romeo squad would criminalise this.Didnt intend to hunt sentiments
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 2, 2017
इसके साथ ही भूषण ने ट्वीट करते हुए लिखा, कि मैं भले ही धार्मिक ना हूं लेकिन मेरी मां काफी धार्मिक है और बचपन से मैं अपनी मां से भगवान कृष्ण से संबंधित कहानियां सुनते हुए बड़ा हुआ हूं। हमारे घर में कृष्ण भगवान की पेंटिग भी है।
Tho I am not religious, my mother was.I grew up listening to the folklore of lord Krishna in childhood.Painting of Radha-Krishna in our home pic.twitter.com/oqqqDiJz6I
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 2, 2017
अपने इस ट्वीट से खड़ा किया था पूरा बवाल…
प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए लिखा, रोमियो सिर्फ एक लड़की से ही प्यार करता है लेकिन कृष्ण तो कई लड़कियों के साथ छेड़खानी करने के लिए फेमस थे। क्या मुख्यमंत्री आदित्यनाथ में इतनी हिम्मत है कि वो अपने मुस्तैद दस्ते का नाम एंटी कृष्ण रख सकें।
भाजपा ने जताई कड़ी आपत्ति
इस ट्वीट के बाद भाजपा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्टिवर पर ट्वीट करते हुए भूषण को जवाब दिया। उन्होंने लिखा, कृष्ण को समझ ने में कई जन्म लेने पड़ेंगे। कितनी आसानी से कृष्ण को राजनीति में घसीट लाए, ये दुःख की बात है।
बता दें कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं से छेड़छाड़ को मुद्दा बनाया था। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभाओं में मंच से ऐलान किया था कि सूबे में सरकार बनने के साथ हो एंटी रोमियो टीम बनाई जाएगी। वादे पर खरा उतरते हुए सरकार ने इस सेल का गठन करते हुए सीनियर आईपीएस अफसरों को इसकी कमान देते हुए इसे सरकार की उच्च प्राथमिकता में शामिल किया। भाजपा का मानना है कि तत्कालीन सपा सरकार में हुए मुजफ्फरनगर दंगे की देन छेड़छाड़ ही थी ऐसे में बुनियाद पर ही पकड़ हो जाएगी तो प्रदेश दंगा मुक्त हो जाएगा।