इस्लामाबाद. बेतहाशा कर्ज में डूबा पाकिस्तान अब महंगाई और कंगाली छुपाने के लिए कई तरह के पैतरे अपना रहा है। हालांकि इमरान खान का पैतरा उनके लोगों को रास नहीं आ रहा है। महंगाई की मार से परेशान पाकिस्तान के लोगों ने इमरान खान पर जमकर हमला बोला है। पाकिस्तान के लोगों ने आरोप लगाए हैं कि इस सरकार ने उन्हें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। वहां के लोग अब इमरान के खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं।
उनका कहना है कि इमरान खान ने देश के बारे में कुछ भी नहीं सोचा है। कोई रणनीति नहीं है, देश बेरोजगारी झेल रहा है और यहां पर महंगाई चरम पर है। अभी भी इमरान खान चौके-छक्के लगाने में जुटे हैं। मीडिया से बातचीत में वहां के एक शख्स ने कहा, ‘देश में कारोबार नहीं है. जनता परेशान है, ऊपर से सरकार हर चीज पर टैक्स लगा रही है. ये सरकार अमीर लोगों को नहीं पकड़ रही है, जबकि गरीबों पर सितम ढाया जा रहा है।
एक अन्य पाकिस्तानी ने कहा, ‘पीआईए एक घंटे में 4 लाख रुपये का नुकसान कर रही है। हम लोग क्यों भर रहे हैं। लोगों ने कहा कि जिनको यह सरकार चोर बोल रही है, उसी को ले आएं। वही कुछ कर सकते हैं। लोगों ने कहा कि ये सरकार नवाज शरीफ को ही लेकर आए. नवाज इमरान खान से बेहतर है। वे बिजनेस माइंडेड है। इमरान खान तो लोगों को रोड पर लेकर आ रहा है। नवाज बिजनेस माइंडेड है और देश के लिए बेहतर करेगा, लेकिन ये तो केवल चौके-छक्के की बात कर रहा है। पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि यहां के हालात बहुत ही बुरे हैं। अगर यही हाल रहा तो हम तबाह हो जाएंगे।
बता दें कि पाकिस्तान की अर्थव्यस्था धीरे-धीरे और भी कमजोर होती जा रही है. पाकिस्तान का बजट घाटा तीन दशकों में सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुका है। इन सबके बीच वहां की सरकार कुछ ऐसे कदम नहीं उठा पा रही है, जिससे अर्थव्यवस्था में सुधार हो सके। हालात ये हो गए हैं कि हर किसी का इमरान खान के ऊपर से विश्वास खत्म उठता जा रहा है। शायद यही कारण है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने देश की राजनीति के बाद यहां की अर्थव्यवस्था में भी दखल देना शुरू कर दिया है। बाजवा के इस तरह से व्यापारियों के साथ की गई बैठक ने पड़ोसी मुल्क में तख्तापलट की अटकलों को भी तेज कर दिया है।
पाकिस्तान के मशहूर अखबार ‘डॉन’ में छपी खबर के मुताबिक, बुधवार को पाकिस्तान चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के साथ पाकिस्तान के कारोबारियों ने मुलाकात की थी। खबर है कि यह मुलाकात रावलपिंडी के आर्मी हाउस में की गई थी। मुलाकात के बाद देश के बड़े बिजनेस लीडर्स ने सेना प्रमुख के साथ डिनर भी किया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने बैठक की जानकारी देते हुए एक प्रसे नोट जारी किया। इसके अनुसार पाकिस्तान की आतंरिक सुरक्षा उसके व्यापार से जुड़ी है। सेना की वर्दी में दिखाई देने वाले बाजवा बैठक में सूट-बूट में नजर आए।