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सारी दुश्मनी भूल भारत के जश्न में डूबे नेपाल और चीन..

nepal 1 सारी दुश्मनी भूल भारत के जश्न में डूबे नेपाल और चीन..

आज भारत अपना 74 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। भारत में हर तरफ खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है।इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 10 बड़े ऐलान किए। हर भारतीय को हेल्थ कार्ड देने वाली नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन जैसी बड़ी योजना के तत्काल प्रभाव से शुरू होने की उन्होंने घोषणा की। देश में नई साइबर सुरक्षा नीति लाने की बात भी प्रधानमंत्री मोदी ने देश को बताई। प्रधानमंत्री ने बहुप्रतीक्षित कोरोना वैक्सीन पर चर्चा करते हुए कहा कि एक नहीं तीन-तीन वैक्सीनों पर काम चल रहा है।

आजादी

पीएम ने अपने संबोधन में भ्रष्टाचार मुक्त भारत, आत्मनिर्भरता पर जोर, मेक इन इंडिया, इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट, नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का जिक्र करने के साथ ही पड़ोसी देशों को संदेश भी दिया।इस बीच तनाव के बावजूद चीन और नेपाल ने भारत को 74वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। भारत में चीन के राजदूत सुन वेईडॉन्ग ने एक ओर जहां दोनों देशों के आपसी सहयोग के साथ विकास करने की उम्मीद जताई, वहीं नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने खुद पीएम नरेंद्र मोदी को फोन पर बधाई दी। वहीं, पीएम मोदी के दोस्त इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से भी शुभकामनाएं भेजी गई हैं।

चीन के राजदूत सुन वेईडॉन्ग ने भारत सरकार और लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। इसके साथ थी उन्होंने उम्मीद जताई कि प्राचीन सभ्यताओं वाले दोनों देश एक-दूसरे के साथ मिलकर शांति के साथ समृद्ध हों और आपसी सहयोग के साथ विकसित हों। गौरतलब है कि मई से लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं में टकराव की स्थिति बनी हुई थी जिसके चलते जून में हिंसक झड़प भी हुई। हालांकि, जुलाई में वार्ता के बाद धीरे-धीरे सेनाएं पीछे ले जाए जाने का काम किया जा रहा है।

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वहीं, नेपाली पीएम ने भारत के प्रगति और समृद्धि की कामना करते हुए पीएम मोदी को बधाई दी। आपको बता दें चीन और नेपाल से भारत का काफी समय से विवाद चल रहा है। जिसकी वजह से हालात युद्ध जैसे तक हो गये थे। लेकिन जिस तरह से नेपाल और चीन ने भारत को बधाई दी है। उसे देखकर लग रहा है कि, बातचीज से कोी रास्ता निकल सकता है।

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