featured दुनिया देश

लद्दाख सीमा पर भारतीयं सैनिकों को शक, फिर लौट सकती है चीनी सैना

ladakh border लद्दाख सीमा पर भारतीयं सैनिकों को शक, फिर लौट सकती है चीनी सैना

भारतीय और चीनी सेनाओं ने दो महीने से अधिक लंबे सीमा गतिरोध के बाद लद्दाख  में वास्तविक नियंत्रण रेखा  पर तीन तनातनी के बिंदुओं पर अपने

लद्दाख। भारतीय और चीनी सेनाओं ने दो महीने से अधिक लंबे सीमा गतिरोध के बाद लद्दाख  में वास्तविक नियंत्रण रेखा  पर तीन तनातनी के बिंदुओं पर अपने सैनिकों के बीच कुछ दूरी बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। गलवान घाटी में पैट्रोलिंग प्वाइंट 14 में बनाए गए टेंट और अन्य अस्थायी संरचनाओं को हटाते हुए देखा गया है. भारतीय सैनिकों ने दो अन्य बिंदुओं- हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में भी “पीएलए के वाहनों को पीछे की ओर गति” करते भी देखा है।

हालांकि, अधिकारियों को घटनाक्रम के बारे में पता है लेकिन एक सैन्य अधिकारी कहते हैं, “अभी तक जश्न मनाने का कोई कारण नहीं है। एक अधिकारी ने कहा, “ये बेबी स्टेप हैं। चीन 1.5 किमी पीछे गया है और भारतीय सैनिक भी थोड़ा पीछे हट गए हैं। लेकिन यह गतिविधियां उल्टी हो सकती हैं। वे वापस आ सकते हैं। हम चीजों को बहुत करीब से देख रहे हैं।

https://www.bharatkhabar.com/the-case-of-guabari-embankment-rekindled/

वहीं गलवान में खूनी संघर्ष के बाद जमीन पर दोनों सेनाओं के बीच विश्वास का स्तर कमजोर है। इस संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों और कई चीनी सैनिकों की जान गई थी। 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग अफसर कर्नल संतोष बाबू की मौत के बाद झड़प शुरू हो गई थी। जो यह जांचने के लिए गये थे कि चीन ने पैट्रोलिंग पॉइंट 14 से टेंट हटाने के 5 जून के अपने वादे को निभाया है या नहीं।

सेना को स्पष्ट है कि यह उस विशेष दूरी को तब तक नहीं छोड़ेगी, जब तक कि पूरी तरह से पीएलए के गलवान या कहीं और हटने की बात का सत्यापन नहीं हो जाता है। सूत्रों ने कहा कि गलवान नदी में अक्साई चीन में बर्फ पिघलने से पानी बढ़ गया है, और कुछ विघटन इसके चलते चीनियों के अपने टेंट और सैनिकों सिर्फ यहां से स्थानांतरित करने से भी हो सकता है।

Related posts

हरियाणा हिंसा के चलते नूंह, गुरुग्राम, पलवल में अभी भी माहौल तनावपूर्ण, धारा 144 लागू

Rahul

कोरोना के बीच तबाही मचाने आ रहे दो बड़े तूफान..

Rozy Ali

ग्वाटेमाला: ज्वालामुखी फटने से मरने वालों की संख्या पहुंची 73, 200 लापता

rituraj