15 जून की रात गलवान घाटी पर भारतीय जवानों पर पीछे से हमला करके अपने कायरपन का सबूत दे चुका चीन अब नई करतूत पर उतर आया है। जिसे जानकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि, चीन अब जमीन को छोड़कर क्यों मनोवैज्ञानिक मोर्चे पर युद्ध छेड़ रहा है।आपको जानकर हैरानी होगी कि, चीन ने युद्ध का नया अड्डा अपने अंग्रेजी अखबार ग्लोबल टाइम्स को बना लिया है।इसके जरिए वो भारत और भारत का समर्थन करने वाले देशों को भड़का रहा है। तो वहीं अपने देश में खुद की ही वाह वाही बटोर रहा है।
ग्लोबल टाइम्स लगातार चीन की सेना के युद्धाभ्यास के वीडियो पोस्ट कर रहा है। उसका दावा किया है कि ये वीडियो तिब्बत में भारतीय सीमा के पास किए गए हैं। चीनी अखबार यह भी दावा किया है कि चीनी सेना ने अत्याधुनिक हथियार तैनात किए हैं कि उसका जवाब किसी देश के पास नहीं है।
उसका दावा है कि ये हथियार पहाड़ों में जंग लड़ने के लिए बेहद कारगर हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक ग्लोबल टाइम्स का मकसद चीन की उसी रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वह बिना गोली चलाए जंग जीतना चाहता है।
इतना ही नहींचीन अब भारत को नेपाल और पाकिस्तान का डर भी दिखा रहा है।
ग्लोबल टाइम्स ने न केवल भारत के खिलाफ बल्कि चीन का जोरदार विरोध कर रहे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ताइवान के खिलाफ भी ‘जंग’ छेड़ रखा है। एशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के नेता अपना नाम सार्वजनिक रूप से नहीं देते हैं और ग्लोबल टाइम्स में कथित रूप से विशेषज्ञ बनकर अपने हमले करते हैं।
https://www.bharatkhabar.com/rahul-gandhi-surrounds-bjp-with-bloody-showdown-in-china/
और इस अखबार में जो भी चीन छाप रहा है वो सिर्फ अपना हवा बनाने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि वो जानता है कि, जमीना तौर पर भारत से लड़ना कितना भारी पड़ सकता है। इसलिए वो अखबारों के जरिए दुनिया को अपनी ताकत दिखाकर डराने की कोशिश कर रहा है।