सोमवार की रात को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच भयंकर झड़प हुई थी। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। तो चीन के 35 जवान मारे जाने की खबर है। इस हिंसक घटना की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। जिसलो लेकर ये भी खबरे आ रही थीं कि, इस घटना के बाद भआरत और चीन बातचीत से मामले को सुलझा लेंगे।
लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर सामने आ गई जिसने एक बार फिर से लड़ाई होने की अटकलों को तेज कर दिया है।
खबर है कि,चीन फिर से चाल चल रहा है और गलवान घाटी में चीन ने बुल्डोजर तैनात किए हैं। इतना ही नहीं सैटेलाइट तस्वीरों में नदी के पानी का बहाव भी गड़बड़ाता नजर आया है।
क बड़े हिन्दी न्यूज चैनल की खबर की मानें तो हाई रिजोल्यूशन तस्वीरों के जरिए पता चला है कि चीन उत्तर पूर्वी लद्दाख में गलवान नदी के बहाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि कि चीन यह हरकत जहां कर रहा है वह झड़प वाली जगह से एक किलोमीटर से भी कम की दूरी पर है। तस्वीरों से पता चला है कि चीन के बुलडोजर वास्तविक नियंत्रण रेखा के उस तरफ कुछ काम कर रहे हैं। इससे नदी के बहाव पर असर पड़ा है। यह वाकया ऐसे में सामने आया है जब दोनों देशों के मेजर जनरल गलवान घाटी के पैट्रोल प्वाइंट 14 पर लगातार दो बार मिल चुके हैं।
अगर ये खबर सही निकलती है तो भारत और चीन के बीच फिर भिड़ंत देखने को मिल सकती है। क्योंकि चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।
तो वहीं खबर है कि, चीन के सरकारी मीडिया शिन्हुआ के अनुसार देश की सेना के प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभालने वाले शी ने सशस्त्र बलों के रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण पर टेली-कॉन्फ्रेंस में ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए। सैन्य आधुनिकीकरण पर उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन का भारत के साथ तनाव चल रहा है।
आपको बता दें, शिन्हुआ के अनुसार शी ने सशस्त्र बलों के लिए 13वीं पंचवर्षीय योजना को पूरी तरह लागू करने तथा सैन्य विकास के लिए 14वीं पंचवर्षीय योजना की रूपरेखा को आगे बढ़ाने की जरूरत बताई। चीन ने हाल ही में इस साल के रक्षा सैन्य बजट को मंजूरी प्रदान की थी जो करीब 179 अरब डॉलर का है। पिछले साल यह बजट 177.61 डॉलर का था। शी 2012 में सत्ता में आने के बाद से सैनिकों की युद्ध तैयारियों पर जोर दे रहे हैं।
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इस तरह की खबरों से एक चीज तो साफ हो गई है कि, चीन की नियत ठीक नहीं है। और वो भारत पर दबाब बनाकर जबरदस्ती सीमा पर कब्जा करना चाहता है। तो वहीं भारत नें भई चीन से निबटने की पूरी तैयारी कर लीहै। इतनी ही नहीं भारत का साथ रूस और अमेरिका खुलकर दे रहा है।