नई दिल्ली। तिब्बती धर्म गुरू दलाई लामा इन दिनों भारत दौरे पर है। दलाई लामा के अरूणाचल दौरे से भारत को कोई परेशानी ना हो लेकिन इस बात से चीन भड़का हुआ है। दलाई लामा की यात्रा पर चीन ने भारत को खुलेआम धमकी देना शुरू कर दिया है। बुधवार को चीन ने कहा कि भारत के दलाई लामा की यात्रा रोकना चाहिए। सीमांत इलाकों में तनाव बढ़ने का हवाला देते हुए चीन ने कहा कि धार्मिक गुरू की यात्रा के कारण भारत में तनाव बढ़ेगा जो सही नहीं है।
आतंरिक मामलों से दूर रहे चीन
गौरतलब है कि भारत ने इस पूरे मामले पर कहा है कि ’81 वर्षीय धर्मगुरु पहले भी इस उत्तर-पूर्वी राज्य में आते रहे हैं, इसलिए भारत के विभिन्न राज्यों में उनकी धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों को किसी और तरीके से लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।’ वो भारत के किसी भी भाग में आने जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
वहीं भारत की ओर से गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने साफ कहा कि दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा धार्मिक है और इसका कोई राजनैतिक मतलब नहीं लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ”अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और चीन को दलाई लामा के दौरे और आपत्ति नहीं जतानी चाहिए, न ही भारत के आंतरिक मामलों में दखल देनी चाहिए।” भारत चीन की निजता का सम्मान करता है और चीन से भी भारत को इसी तरह की उम्मीद है।
चीन का दावा
चीन का दावा है कि दलाई लामा तिब्बत में अलगाववादी गतिविधियां चला रहे हैं। दलाई लामा साल 1959 में तिब्बत पर चीन के अधिकार के बाद से ही भारत में निर्वासित जीवन जी रहे हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश पर दावा करता है और इसे दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा मानता है।