कोरोना के चलते देश और दुनिया की बत्तर हालत किसी से छिपी नहीं है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों की अर्थव्यवस्था घुटनों पर आ गई है। जिसकी वजह से अब भारत जैसे विकास शील देश को भी सोच समझ के कदम उठाने होंगे। वरना आने वाले समय में होने वाली भूखमरी किसी से नहीं रूकेगी।
आपको जानकर हैरानी होगी जिस इंग्लैंड ने पूरे विश्व में बिजनेस खोलकर दबदबा बनाया हुआ है। वो ही इंग्लैंड अब कंगाली के हीलत मे पहुंच गया है।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अर्थव्यवस्था में भयंकर गिरावट की आशंका जताते हुए कहा है कि देश को 1706 के बाद 300 सालों में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट का सामाना करना पड़ सकता है।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने आशंका जताई है कि की दर दोगुनी हो सकती है और देश के हर 10वें शख्स को बेरोजगारी का सामना करना पड़ सकता है।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा है कि यदि अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए तेजी से प्रयास नहीं किए गए तो फिर बेरोजगारों की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है।
हलाकि ये भी कहा गया है कि,अगर लॉकडाउन में ढील देने के बाद आर्थिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं और कुछ सुधार देखने को मिल सकता है।
ब्रिटेन के अपने ही आंकड़ों के मुताबिक 1706 के बाद पहली बार इतनी बड़े पैमाने पर सालाना गिरावट देखने को मिलेगी। तब स्पेन में उत्तराधिकार का युद्ध छिड़ने के बाद यूरोप की सभी महाशक्तियां बुरी तरह से प्रभावित हुई थीं और अर्थव्यवस्था में जबरदस्त गिरावट आई थी।
और अब कोरोना ने एक बार फिर से इंग्लैंड के साथ पूरी दुनिया की हालत बद से बत्तर कर दी है।आपको बता दें ये हाल सिर्फ इंग्लैंड का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का है। अगर आने वाले कुछ समय में कोरोना की दवाई नहीं बनी तो पूरी दुनिया में भूखमरी जैसे हालात पैदा हो जाएंगे।ऐसे में बड़े-से बड़ा और छोटे से छोटा देश एक जैसी स्थिति पर आ जाएगा।