फतेहपुर: मलवां थाना क्षेत्र में मासूम छात्र की हत्या का खुलासा हो गया है। हत्याकांड का आरोपी खुद पुलिस के साथ मिलकर हत्यारे की तलाश कराता रहा।
इसी बीच शुक्रवार को देर शाम पुलिस उपाधीक्षक संजय सिंह को उसी पर संदेह हुआ तो उसे उसके घर से दबोच लिया। इतना ही नहीं हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि छात्र के पिता का 45 वर्षीय दोस्त राम किंकर निकला। वह शिवाकांत का अपहरण कर रुपये वसूलना चाहता था, लेकिन पुलिस के हाथ धरा गया।
पैसे वसूलने के लिए रचा षड्यंत्र
पुलिस उपाधीक्षक संजय सिंह ने बताया कि, शिवपुर मजरे आदमपुर में रहने वाले सुनील और रामपुर परसेटा का रहने वाला राम किंकर आपस में दोस्त हैं। दोनों नशे के आदी हैं। सुनील के बेटे शिवाकांत को वह टॉफी खाने और खर्च के लिए रुपये पैसे भी देता था। इसी बीच उसने शिवाकांत का अपहरण कर अपने दोस्त से पैसा वसूलने का षड्यंत्र रचा।
इसी योजना के तहत राम किंकर एक जून की शाम शिवाकांत को बहला-फुसला कर अपने गांव ले गया। इसके बाद उसने फोन कर 20 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि, राम किंकर को पता था कि वह 20 लाख रुपया नहीं दे पाएगा, लेकिन एकलौता होने के कारण कुछ न कुछ तो मिल ही जाएगा।
पुलिस से साथ मिल करवाता रहा खोजबीन
आरोपी राम किंकर कितना शातिर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने दोस्त के बेटे का अपहरण और हत्या करने के बाद पुलिस वालों के साथ मिलकर उसकी खोजबीन करवाता रहा।
आरोपी राम किंकर ने ऐसा इसलिए किया कि पुलिस को उसके ऊपर शक न हो, लेकिन इसी बीच सुनील ने ही अपने दोस्त राम किंकर पर अपहरण का अंदेशा जताया। इस पर पुलिस उपाधीक्षक ने अपनी टीम के साथ उसे उसके घर से पूछताछ के लिए उठा लिय और जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।