फतेहपुर: कहते हैं अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो देर सबेर पुलिस के चंगुल में फंस ही जाता है। कुछ ऐसा ही फतेहपुर जनपद के सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र में देखने को मिला। यहां पर टॉवर में काम करने वाले कर्मचारियों ने पहले बैटरी चुराई और फिर सुपरवाइजर से थाने में चोरी होने की शिकायत दर्ज करवाई। लेकिन पड़ताल के दौरान मामला खुल गया और सभी जेल की हवा खा रहे हैं।
शौक पूरे करने के लिए चोरी का सहारा
थाना क्षेत्र के ऐराया सादात में इंडस टॉवर लगा है। यहां पर सरोज और अंकुर काम करते थे। इसी बीच उन्हें शौक पूरे करने के लिए पैसे कम पड़ने लगे तो भीम और संजय नाम के दो बदमाशों के साथ मिलकर टॉवर की बैटरी चुराने की योजना बनाई। इसके बाद 31 मई की रात नौ बजे सभी ने मिलकर 50 बैटरी चोरी कर गोकुल के घर में रख दिया। गोकुल वही है, जिसके यहां टावर लगा है।
इन सबने घटना को अंजाम देने के बाद अपने सुपरवाइजर विकास सिंह को मनगढ़ंत चोरी की कहानी सुनाई और थाने में एफआइआर दर्ज करवाने का परामर्श दिया। इधर, इन बदमाशों ने धीरे-धीरे करके सभी बैटरी कबाड़ी को बेच दी। कबाड़ी की दुकानों पर गिद्ध दृष्टि जमाये पुलिस के मुखबिरों ने इसकी सूचना प्रभारी निरीक्षक अरविंद गौतम तक पहुंचाई। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस बल, सर्विलांस टीम के साथ लगातार आरोपियों की तलाश की जा रही थी। तभी पता चला कि गोकुल के निर्माणाधीन आवास में सभी शातिर मौजूद हैं।
पुलिस ने सभी को मौके से दबोचा
इस सूचना पर पुलिस टीम ने तत्काल कार्यवाई करते हुए सभी को मौके से धर दबोचा। तलाशी के दौरान उनके पास से 12 बैटरी, एक तमंचा, दो कारतूस, रिंच, पेचकस और चाकू बरामद हुए हैं। पूछताछ के दौरान टावर में काम करने वाले आरोपियों ने बताया कि, खर्च के लिए पैसे नहीं थे साथ ही लोगों का उधार भी काफी हो गया था, ऐसे में उन्हें लगा कि चोरी के जरिए उन्हें इन समस्याओं से निजात मिल सकती है।