फतेहपुर: जिले के हुसैनगंज थानाध्यक्ष रणजीत बहादुर सिंह ने गुमशुदा हुए किशोर को ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए महज दो घंटे में बरामद कर अन्य थाना प्रभारियों के सामने नजीर पेश की है।
बता दें कि इसके पहले मलवां फिर जहानाबाद थाना क्षेत्र में गुमशुदगी के बाद किशोर और युवती के शव बरामद हुए थे। ऐसे में फतेहपुर पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी है कि गुमशुदा किशोर सकुशल वापस अपने परिजनों के बीच है।
थानाध्यक्ष रणजीत बहादुर सिंह ने इसके पहले भी असोथर में सिर कटी लाश मामले का पर्दाफाश किया था। इस पर पुलिस अधीक्षक सतपाल आंतिल ने उनका नाम डीजीपी मेडल के लिए प्रस्तावित किया था।
थाने में दी थी गुमशुदगी की तहरीर
थाना क्षेत्र के मिर्जापुर भिटारी के रहने वाले ज्ञानचंद्र ने सोमवार को थाने में तहरीर दी। इसमें उन्होंने बताया कि रविवार की दोपहर से उनका पुत्र महात्मा बुद्ध घर से लापता है। रिश्तेदारी में जानकारी करने के बाद भी उसका कोई पता नहीं चला। इसपर उन्होंने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
थानाध्यक्ष रणजीत बहादुर सिंह ने तत्काल टीम गठित कर लापता हुए महात्मा बुद्ध को खोज शुरू कर दी। परिजनों से पूछताछ के बाद पता चला कि न तो उसके पास मोबाइल है और न ही उसका कोई दोस्त है। इतना ही नहीं परिजनों को किसी पर कोई संदेह भी नहीं है।
बुआ के घर चला गया था लड़का
इसके बावजूद थानाध्यक्ष ने मौके पर जाकर पड़ताल शुरू की तो पता चला कि ज्ञान चन्द्र ने किसी बात को लेकर अपने पुत्र को डांट दिया था। जिसपर वह नाराज होकर कहीं चला गया है। मामले पर सूचनाएं एकत्रित करने पर जानकारी मिली कि महात्मा बुद्ध नेवलापुर स्थित अपनी बुआ के यहां चला गया था।
इस पर पुलिस नेवलापुर पहुंचकर गुमशुदा किशोर को सकुशल बरामद करती है। साथ ही किशोर को उनके बाबा शिवमोहन को सुपुर्द कर दिया गया। इस तरह परिजनों की तहरीर देने के महज दो घंटे बाद ही देर रात नौ बजे पुलिस ने किशोर की सकुशल बरामदगी कर ली। साथ ही परिजनों को किसी बड़ी अनहोनी से बचा लिया।