फतेहपुर: शहरी क्षेत्र में नगर पालिका लगातार अंधेरा दूर करने का दम भरता है लेकिन यह कितना सही है। इसका अंदाजा इसी से लग जाता है कि जिले का पुलिस मुख्यालय मार्ग रात होते ही अंधेरे में डूब जाता है। ऐसे में समझा जा सकता है कि नगर पालिका के दावे कितने सही और कितने हवाहवाई हैं। यदि हवाई मिशन बंद हो जाये तो हकीकत में कुछ काम भी हो जाए। हालांकि फिलहाल तो अंधेरा कायम ही है।
शादीपुर रेलवे क्रॉसिंग से रिजर्व पुलिस लाइन आने वाले मार्ग की ओर प्रकाश मार्ग के हालात ठीक नहीं हैं। यही से पुलिस अधीक्षक कार्यालय, बीएसएनएल कार्यालय, जल निगम, जयरामनगर और सहकारी बैंक मुख्यालय के लिए मार्ग जाता है। ऐसे में लोगों का आनाजाना तो बना रहता ही है साथ ही रात के समय में स्थानीय लोगों का आना-जाना रहता है। लेकिन घनघोर अंधेरे के कारण यहां से निकलने में न केवल भय लगता है बल्कि कोई घटना होने पर किसी को पहचाना भी कठिन हो सकता है।
रिजर्व पुलिस लाइन, पीडब्ल्यूडी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास प्रकाश को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगी है। इसमें भी पुलिस लाइन और पीडब्ल्यूडी पर प्रकाश की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर है। इस तरह रेलवे क्रासिंग से लेकर सहकारी बैंक मुख्यालय तक केवल एक ही स्थान पर नगर पालिका का प्रकाश फैल रहा है। जबकि कई स्थानों पर पोल भी लगे हैं इसके बाद भी कहीं पर भी प्रकाश की व्यवस्था नहीं की गई है। स्थानीय लोगों की समस्याओं से अनजान बनीं नगर पालिका आखिर कब लोगों को उनका अधिकार देती है यह एक बड़ा सवाल है?
“जहां पर भी बिजली खराब होने की सूचना मिलती है वहां पर तत्काल उसे सही कराया जा रहा है। इसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर कर्मचारियों को जोड़ा गया है। जिसकी मॉनिटरिंग मेरे स्तर पर की जाती है। जल्द ही इस समस्या का समाधान होगा।”
मीरा सिंह
अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका, फतेहपुर