आरएसएस और भाजपा पर जमकर बरसे पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला
भारत खबर, जम्मू कश्मीर-राजेश विद्यार्थी
नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा फारूक अब्दुल्ला ने भाजपा और आरएसएस को आड़े हाथों लेते हुए जम्मू कश्मीर को स्वायत्तता का राग दोबारा अलापा। धारा 370 और 35 ए को हटाए जाने के मुद्दे पर डा फारूक अब्दुल्ला आरएसएसपर बरसे और कहा जम्मू कश्मीर के आस्तित्व को समाप्त कर दिया है। गुपकार अधिकवेशन के बाद जो फैसला लिया गया था, पार्टी अब भी उस पर कायम है और जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए संघर्षरत है। फारूक अब्दुल्ला आरएसएस पर जमकर बरसे और कहा देश की आजादी में उनका कोई योगदान नहीं था। वह अंग्रेजों के साथ मिल गए। जम्मू कश्मीर के लोगों ने आजादी के लिए बहुत सी शहादतें दी हैं। मुस्लिम बहुल राज्य होने के बावजूद भारत में विलय हुआ और जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान किया गया। अब भाजपा ने केंद्र में सरकार बनते ही आरएसएस के एजेंडे़ को आगे बढ़ाया है। राज्य से विशेष दर्जा हटा दिया गया और स्तर भी गिरा दिया। नेशनल कांफें्रस एकात्म जम्मू कश्मीर के एजेंड़े को आगे बढ़ाएगी। वर्ष 1953 से पहले की स्थिति को बहाल करने और स्वायत्तता के मुद्दे पर अब उनकी पार्टी कायम हैं।
गुपकार अधिवेशन में पारित मुद्दे पर सांझा मंच तैयार होगा
जम्मू। चार अगस्त 2019 को गुपकार अधिवेशन के मुद्दे पर चर्चा जारी रहेगी। पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को रिहा करने के बाद भाजपा को छोड़कर अन्य पार्टियों से सांझा मंच तैयार होगा और जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य और विशेष अधिकार दिलाने के लिए आवाज उठाई जाएगी। लोकतंत्र की बहाली के लिए वह हमेशा समर्थक रहे हैं। अभी उनकी पार्टी के बीस नेता ही रिहा किएगए हैं। बाकी सभी नेताओं की कैद वन से रिहाई होगी और उसके बाद अगली रणनीति पर मंत्रणा होगी।