जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर सांसद फारुख अब्दुल्ला ने एकबार फिर हुर्रियत नेताओं के जरि बातचीत को कश्मीर समस्या का हल बताया है। फारुख ने कहा कि कश्मीर समस्या का समाधान बातचीत से ही संभव है। सरकार को इस दिशा में प्रयास करना चाहिए जिससे घाटी में शांति स्थापित की जा सके। अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा है कि, ‘आपको बैल को पकड़ने के लिए उसके सींग को पकड़ना पड़ता है। कभी-कभी आप ऐसा करते हैं।’ उन्होंने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्वयं कहा था कि मैं कश्मीर समस्या का समाधान चाहता हूं, जबकि हमने उनसे राय नहीं मांगी थी। फारुख अब्दुल्ला ने आगे कहा है कि चीन ने भी कहा कि वे कश्मीर में मध्यस्थता करना चाहते हैं।
फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि घाटी में शांति स्थापित करने को बातचीत ही जरिया है। आज के समय में हम युद्ध नहीं कर सकते हैं। उनके पास भी परमाणु बम हैं और आपके पास भी हैं। इसलिए युद्ध रास्ता नहीं है, बातचीत रास्ता है। फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि इसके लिए सरकार को दोस्तों का उपयोग करना चाहिए और बातचीत के माध्यम से हल निकालना चाहिए।
वही दूसरी तरफ कर्नाटक जाते वक्त राहुल गांधी ने कश्मीर मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी की नीतियों से जम्मू-कश्मीर जल रहा है। राहुल गांधी ने फारुख अब्दुल्ला के बयान पर बोलते हुए कहा है कि कश्मीर का मुद्दा हमारा आंतरिक मुद्दा है इसके लिए हमें किसी से भी नसीहत लेने की जरूरत नहीं है। और इस मुद्दे को हम अपने आप सुलझा सकते हैं। पीएम मोदी पर बोलते हुए उन्होंने कहा है कि कश्मीर को मुद्दा पीएम मोदी से संभाला नहीं जा रहा है। और इसके लिए मध्यस्थ की जरूरत नहीं है।