सरकार भले ही किसानों की आय को दुगुनी करने की बात करती है लेकिन कुछ न कुछ समस्याएं किसानों के सामने मुंह बायें खडी ही रहती है। इस समय जहां किसान गेहूं समेत अन्य फसलों की बुआई में जुटे है। वही खाद की किल्लत से भी दो चार होना पड़ रहा है। यदि जिला कृषि अधिकारी की बात पर गौर किया जाये तो यह किल्लत दो चार में समाप्त हो जायेगी लेकिन लग नही रहा है कि किसानों की समस्या का जल्द निवारण हो पायेगा।
गोपीगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सहकारी केन्द्र पर किसानों की भारी भीड़ देखी लेकिन किसानों को बैरंग वापस लौटना पडा। किसानों का कहना है कि बीते शुक्रवार से ही इस केन्द्र पर खाद नही है और रोज आते है लेकिन बिना खाद पाये ही वापस चले जाते है। जिससे अब बुआई में भी देर हो रही है। सहकारी समिति के संचालक ने बताया की जब खाद आती है किसानों को वितरित किया जाता है।
इस मामले में जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि 310 एमटी खाद विभिन्न सहकारी केन्द्रों पर भेजा गया है। जहां और दो चार दिन में 800 एमटी खाद फिर बाकी केन्द्रों पर और मांग के हिसाब अन्य केन्द्रों पर भेजा जायेगा।
कृषि अधिकारी अशोक प्रजापति ने बताया जिले में कुल 52 केन्द्र है लेकिन सक्रिय केन्द्र कम ही है लेकिन इस समय कई केन्द्र भी सक्रिय हो गये है। किसानों के लिए खाद की कोई दिक्कत नही है। दो चार दिन में हर केन्द्र पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो जायेगी।