बहरोड़ से संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट
बहरोड़। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली चलो अभियान के तहत किसान यूनियन अध्यक्ष राजस्थान रामपाल जाट के नेतृत्व में बुधवार को अलवर जिले के विभिन्न हिस्सों से आये किसानों ने कड़ाके की ठण्ड में बीती रात शाहजहांपुर बॉर्डर पर गुजारी। किसानों ने सर्दी की पूरी रात खुले आसमान के नीचे ही बिताई। ठंड से बचने के लिए अलाव तापते नजर आये। अलवर जिले के किसान दिल्ली पहुंचकर केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए शाहजहांपुर बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों का कहना है कि हमें दिल्ली नहीं पहुंचने दिया जा रहा है। जिसको लेकर आज आगे की रूपरेखा तैयार की जायेगी। जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जायेंगी तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे।
हरियाणा पुलिस ने बोर्डर पर ही किसानों को रोका-
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीनों कृषि बिलों का किसान संगठनों की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है। जिसके विरोध की स्वर बुधवार को अलवर जिले में भी प्रखर होते देखा गया। अपने विरोध के स्वर को बुलंद करते हुए बुधवार को किसान यूनियन अध्यक्ष राजस्थान रामपाल जाट के नेतृत्व में दिल्ली सीमा पर चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए जिले से काफी संख्या में किसानों ने दल-बल के साथ दिल्ली की ओर कूच कर दिया। दिल्ली-जयपुर हाईवे से दिल्ली जा रहे किसानों को शाहजहांपुर से हरियाणा में प्रवेश करते समय हरियाणा पुलिस ने बोर्डर पर ही रोक दिया। जिसके बाद अपने ईरादों से अटल किसानों ने शाहजहांपुर बाॅर्डर पर ही खुले आसमान के नीचे अपना डेरा डाल दिया और दिसम्बर माह के ठण्ड की पूरी रात खुले आसमान के नीचे अलाव का सहारा लेते हुए गुजारी।