कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का संघर्ष खत्म नहीं हुआ. क्योंकि बीते दिन किसान संगठनों और सरकार के बीच बीते दिन जो बातचीत हुई वो असफल रही. जिसके बाद किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ और आज यानि सातवें दिन भी किसान सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसानों का कहना है कि जबतक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा.
बीते दिन हुई थी किसानों और सरकार में बातचीत
बीते दिन सरकार के प्रतिनिधिमंडल और किसान संगठनों के बीच बातचीत हुई थी. जिसमें सरकार की तरफ से किसानों को एमएसपी और मंडी सिस्टम पर जानकारी दी गई. लेकिन किसानों की तरफ से बस एक सवाल किया गया कि क्या सरकार एमएसपी को कानून में शामिल करेगी. लेकिन बैठक खत्म होने के बाद भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. सरकार ने कहा कि बातचीत पॉजिटिव रही, लेकिन किसानों कहा कि आंदोलन जारी रहेगा. अब अगली बातचीत 3 दिसंबर को होगा.
आने वाले दिनों में बढ़ सकती है किसनों की संख्या
सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए है. साथ ही जानकारी ये मिल रही है कि आने वाले दिनों में पंजाब और हरियाणा से ओर किसान इस अंदोलन में शामिल होने के लिये दिल्ली कूच कर सकते हैं और किसानों की संख्या में इजाफा हो सकता है. वहीं यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसनों ने पहले की अस्थाई घर बनाने की बात कह दी थी. वहीं इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने भी बॉर्डर पर सुरक्षा को बढ़ा दिया है.