नई दिल्ली। भारत की अलग अलग जगहों पर आंधी बारिश ने लोगों पर अपना कहर बरपा रखा है। जिसमें आंधी-बारिश ने किसानों का सोना बर्बाद कर दिया है। हरियाणा समेत देश की अलग अलग जगहों पर किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। हरियाणा में आंधी-तूफान और भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के बावजूद चरखी दादरी जिले की अनाज मंडियों में कोई व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण किसानों का ‘सोना’ जहां पानी में बह गया, वहीं सड़क पर भी बिखर गया। मंगलवार को दिनभर किसान अपनी फसल को सुखाने में जुटे रहे। सोमवार देर रात धूल भरी आंधी तथा तेज बारिश के बाद किसानों के अरमान पानी में बह गए।
आंधी तूफान की चैतावनी जारी
बता दे कि मौसम विभाग की ओर से आंधी तूफान की चैतावनी जारी कर दी गई थी। सोमवार देर रात आई तेज आंधी व बारिश के चलते किसानों के माथे पर पसीना टपकने लगा. दादरी, बाढड़ा, झोझू और बौंदकलां में हुई बारिश के कारण किसान मंडी में खाली पड़ी बोरियों को उठाकर गेहूं को ढंकने का प्रयास करने लगे, लेकिन उनका ये प्रयास भी सार्थक नहीं हो पाया और उनकी उपज भीग गई। यहां तक कि सरकारी खरीद के बाद कट्टों में भरा गेहूं भी पूरी तरह से भीग गया। वहीं मंडी गेट के बाहर खरीद का इंतजार कर रहे किसानों का गेहूं ट्रालियों से निकलकर सड़क पर बिखर गया।
बता दे कि मौसम की मार को किसान अपनी किस्मत समझ कर कोस रहा है और इसके साथ सरकार से इस नुकसान से भरपाई की मांग कर रहा है। किसानों का कहना है कि खरीद एजेंसियों ने लिफ्टिंग का कार्य शुरू किया हुआ है, लेकिन अभी कुछ ही गेहूं लिफ्ट हुआ है। हालांकि मार्केट कमेटी की तरफ से मंडी में खरीद शुरू होने से पहले आढ़तियों को सार्वजनिक नोटिस निकालकर गेहूं के लिए तिरपालों की व्यवस्था व सफाई के निर्देश दिए गए थे, लेकिन एक भी आढ़ती ने तिरपाल की व्यवस्था नहीं की। किसानों का कहना है कि रात को आई आंधी व तूफान के साथ बारिश के कारण गेहूं भीग गया। अब दिनभर से गेहूं को सुखा रहे हैं।