सिरोही। 11 सूत्री मांगों को लेकर किसानसंघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया। किसानों का प्रदर्शन देखते हुए प्रशासन ने तत्काल मौके पर तहसीलदार वीरभद्र सिंह को भेजकर किसानों से बातचीत कर 11 सूत्री ज्ञापन को लिया। किसानों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर कई बार ज्ञापन और प्रदर्शन कर चुके हैं। बीते 28 दिसम्बर को भी इसी बावत प्रदर्शन किया गया था। लेकिन आज तक उनकी समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया है।
जिला परिषद सदस्य पुखराज गहलोत ने राज्य की राजे सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दोनों सरकारें किसान विरोधी है। किसानों के हित की बात ना राजे करती हैं, और ना ही मोदी आज तक सूबे में किसानों की समस्याओं को लेकर दोनों सरकारों की शून्यता के चलते ये हंगामा हुआ है। किसानों के हितों में ये दोनों केवल मंचों पर बोलते हैं जमीनी हकीकत से दोनों ही दूर हैं। फव्वारा और बूंद-बूंद योजना को ही देख लीजिए कितने किसानों को इसका लाभ मिला है।
इस मौके पर किसानों के इस प्रदर्शन को पीसीसी सचिव राजेश गहलोत, समिति के संरक्षक मोहनलाल सिरवी, बिशन सिंह, विक्रम सिंह, हीरालाल गवारिया, हीरालाल घांची, मोतीलाल मेघवाल, जगदीश माली, वागाराम आदि ने संबोधित किया। इसके बाद संघर्ष समिति 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को देते हुए अपनी मांगों के लिए संघर्ष जारी रखने की बात कही।