नई दिल्ली। आज किसान आंदोलन को 47वां दिन है किसान दिल्ली बोर्डर पर डटे हुए हैं और इस सर्द मौसम में खुले आसमान के नीचे रात बिताने के लिए मजबूर हैं लेकिन अपनी मांगों से पीछे हटने के लिए मंजूर नहीं। इसी के साथ राकेश टिकैत के एक बयान ने फिर प्रशासन के लिए चिंता बढ़ा दी हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि परेड के दौरान राइट साइट में टैंक चलेगा, तो लेफ्ट में ट्रैक्टर। उन्होंने कहा कि हाथों में तिरंगा लेकर भी चलेंगे। देखेंगे कि राष्ट्रगान गाते हुए तिरंगे वालों पर इस देश में गोली कौन चलाएगा। पिछले 46 दिन से किसान दिल्ली के चारों और डेरा डालकर बैठे हैं। आपको बता दें आठ जनवरी को हुई आठवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा खत्म हो गई। सरकार और किसानों के बीच अगली बैठक 15 जनवरी को होनी है।
एक तरफ आठवें दौर की बातचीत में सरकार की तरफ से साफ कर दिया गया है कि कानून वापस नहीं लिया जाएगा। सरकार का कहना है कि कानून पूरे देश के लिए है और ज्यादातर राज्यों के किसान इस कानून के समर्थन में हैं। वहीं दूसरी और किसान कानून रद्द होने से कम के लिए राजी नहीं है वो अपनी मांगों पर अड़े हुएं हैं और रोज आंदोलन तेज होता जा रहा है। आठवें दौर की वार्ता से एक दिन पहले 7 जनवरी को किसानों ने टैक्टर मार्च निकाला था लेकिन आगले दिन हुई बातचीत में उसका कोई असर नहीं दिखा। आठवें दौर की वार्ता बेनतीजा रहने के बाद भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने तो 2024 तक किसान आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। राकेश टिकैत ने कहा था कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम मई 2024 तक भी आंदोलन जारी रखेंगे। उसके बाद राकेश टिकैत ने 26 जनवरी को टैक्टर परेड निकालने की बात कही।
जानकारी के अनुसार किसान अब 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर बड़े ट्रैक्टर मार्च की तैयारी में हैं। किसानों ने मांगें ना मानने पर गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने की चेतावनी दी है। राकेश टिकैत बागपत में दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर किसानों के धरने में शामिल हुए। उन्होंने किसानों से दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने की अपील की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि परेड के दौरान राइट साइट में टैंक चलेगा, तो लेफ्ट में ट्रैक्टर। उन्होंने कहा कि हाथों में तिरंगा लेकर भी चलेंगे। देखेंगे कि राष्ट्रगान गाते हुए तिरंगे वालों पर इस देश में गोली कौन चलाएगा।
उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली में चमचमाती सड़कों पर हमारा ट्रैक्टर भी चलेगा, जो उबड़ खाबड़ खेतों में ही चलता रहा है। किसानों के ट्रैक्टर दिल्ली की सड़कों पर तिरंगों के साथ चलेंगे।” टिकैत ने ये भी कहा कि अगर आंदोलन में किसान हारा तो देश हार जाएगा। किसान अगर जीता तो ही हमारी जमीन बच पाएगी। अब मुद्दा नहीं रहा कि धंधा क्या ह, आदमी कौन है, बैनर किसका है। इसीलिए अब उठो ओर जागो, एक साल अगर फसल कम हो जाएगी तो कम से कम अपनी जमीने तो बचा लेंगे।
सरकार को बताया अंग्रेजों से भी खतरनाक-
टिकैत ने कहा कि किसानों के झंडा साथ लेकर चलने के दौरान कोई फायरिंग नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि कोई पानी की बौछार भी नहीं करेगा। वो अगर लाठीचार्ज करेंगे तो हम राष्ट्रगान गाएंगे। उन्होंने कहा कि ये सरकार अंग्रेजो से भी खतरनाक है। अंग्रेजों को तो पहचान भी लेते थे, लेकिन इन्हें पहचान भी नहीं पा रहे हैं।